रायपुरः Brijmohan Agarwal resigned सोमवार को रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने आखिरकार रायपुर दक्षिण विधानसभी सीट से इस्तीफा दे दिया।1990 के समय से लगातार 8 बार विधायक रहे अग्रवाल ना सिर्फ कैबिनेट के सीनियर मिनिस्टर रहे बल्कि पार्टी में सर्वाधिक संसदीय अनुभव रखने वाले नेता भी हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा स्पीकर डॉ रमन सिंह को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस मौके पर डॉ रमन और बृजमोहन दोनों जरा भावुक नजर आए।
Brijmohan Agarwal resigned सियासत का अजब संयोग है कि बृजमोहन अग्रवाल ने जिन रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में पहली बार कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी, उन्हीं रमन सिंह को अब अपनी विधायकी से इस्तीफे का लेटर सौंपा। कई कयासों और सवालों के बीच रायपुर सांसद और बीजेपी के कद्दावर नेताओं में शामिल बृजमोहन अग्रवाल ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के निवास पर जाकर बृजमोहन ने उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा। इस्तीफा सौंपने के बाद बृजमोहन भावुक भी हुए ।
इस दौरान जब बृजमोहन से केंद्रीय मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्री या मुख्यमंत्री न बन पाने का कोई मलाल नहीं है। वो पहले भी जनता की सेवा करते थे और आगे भी करेंगे। बता दें कि बृजमोहन अग्रवाल करीब 40 साल से रायपुर दक्षिण से विधायक थे। रमन सरकार के तीनों कार्यकाल में मंत्री रहे बृजमोहन, साय सरकार में भी मंत्री हैं। इस बीच छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने बृजमोहन अग्रवाल को कांग्रेस में शामिल होने का ऑफर दे दिया। डहरिया ने कहा कि बृजमोहन कांग्रेस में आ जाएं तो उन्हें जो चाहेंगे वो मिलेगा। इस पर बृजमोहन अग्रवाल ने पलटवार किया कि शिव डहरिया अपना मान-सम्मान अपने पास रखें। कुल मिलाकर बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफा देने के बाद रायपुर दक्षिण सीट खाली हो गई है। चर्चा है कि साल के अंत में निकाय चुनाव के साथ-साथ विधानसभा उपचुनाव भी हो सकते हैं।