रायपुर : Naxalites killed 2 Deputy Sarpanch : छत्तीसगढ़ में साय सरकार ने नक्सलवाद को खत्म करने के लिए मार्च 2026 की डेडलाइन तय कर दी है। जिस पर एक रणनीति के साथ काम भी शुरू कर दिया गया है, जिसके परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। अब इसी कड़ी में राज्य सरकार एक और काम करने जा रही है, जो नक्सल और माओवाद की विचारधारा से प्रभावित लोगों के लिए प्रेरणादायी साबित होगा।
Naxalites killed 2 Deputy Sarpanch : छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अंतिम सांसे गिन रहा है। नक्सलियों पर सुरक्षा बलों का दबाव है। आए दिन एनकाउंटर की खबरे आ रही है या फिर नक्सलियों के सरेंडर की, लेकिन ये भी सच है कि साय सरकार के सत्ता संभालने के बाद कई नक्सली कमांडर और उनके साथियों के एनकाउंटर से नक्सली बैखला गए हैं।यही वजह है कि बीजापुर में नक्सलियों ने 2 पूर्व उपसरपंच सुकलु फरसा और सुखराम अवलम की हत्या कर दी। जिस पर सीएम साय ने नक्सलियों को कड़ी चेतावनी दी और उसे उनकी बौखलाहट करार दिया दूसरी ओर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, असम के बोडों उग्रवादी भी कभी बड़ा खतरा थे जो अब समाज की मुख्यधारा में शामिल हो चुके है कोई विधायक है तो कई सांसद।
छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को भी नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का ऑपरेशन हुआ। कांकेर में हुए मुठभेड़ में नक्सली भाग खड़े हुए। मौके से सुरक्षा बलों को नक्सलियों की 12 बोर की बंदूक समेत नक्सली सामग्री बरामद हुई। DRG और BSF जवानों ने नक्सली कैंप ध्वस्त किया। वहीं बीजापुर की हुई मुठभेड़ में दो जवान घायल हुए तो सुकमा में 7 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया।
Naxalites killed 2 Deputy Sarpanch : भाजपा सरकार में अब तक 250 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं। कई बड़े इनामी नक्सलियों का भी एनकाउंटर हुआ है। वहीं 9 सौ से ज्यादा नक्सली गिरफ्तार भी किए गए हैं, तो 8 सौ से ज्यादा नक्सलियों ने सरेंडर किया है। साफ है मार्च 2026 की डेडलाइन पर तेजी से काम हो रही है.. कामयाबी अब ज्यादा दूर नहीं है।