#SarkarOnIBC24 : मोहन सरकार Schools और Colleges में मनाएगी कृष्ण जन्माष्टमी, सरकार का आदेश.. बढ़ा ‘क्लेश’

Krishna Janmashtami In MP : 26 अगस्त को देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। MP में भी इसकी जोर-शोर से तैयारी चल रही है

  •  
  • Publish Date - August 23, 2024 / 11:22 PM IST,
    Updated On - August 23, 2024 / 11:22 PM IST

भोपाल : Krishna Janmashtami In MP : 26 अगस्त को देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। MP में भी इसकी जोर-शोर से तैयारी चल रही है, लेकिन प्रदेश में इस पर सियासी बवाल भी शुरू हो गया है। दरअसल मोहन सरकार जन्माष्टमी के मौके पर स्कूल-कॉलेजों में कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। जिसे लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है, जो कांग्रेस को रास नहीं आ रहा। कांग्रेस इसका विरोध कर रही है और इस पर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं।

यह भी पढ़ें : #SarkarOnIBC24 : यूक्रेन में नमो-नमो, पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जेलेंस्की की मुलाकात 

Krishna Janmashtami In MP :  देश में अब तक भगवान राम के नाम पर सियासत होती आई है, लेकिन अब भगवान कृष्ण भी इसके केंद्र में आ गए हैं। बात अगर मध्यप्रदेश के आज के संदर्भ में करे तो ये बात बिलकुल सटीक बैठती है। दरअसल इसकी वजह बना है, जन्माष्टमी का त्योहार और इसे लेकर जारी मोहन यादव सरकार का आदेश।

जिसके मुताबिक जन्माष्टमी पर हर जिले में भगवान कृष्ण के मंदिरों की साफ-सफाई की जाएगी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सभी शासकीय/अशासकीय स्कूल, कॉलेज में भगवान कृष्ण पर आधारित व्याख्यान और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

मोहन सरकार का ये आदेश यूं तो 21 अगस्त को ही जारी हो गया है, लेकिन अब कांग्रेस को ये रास नहीं आ रहा है और इस पर कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सवाल खड़े किए।

यह भी पढ़ें : #SarkarOnIBC24 : देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी से नाराज कांग्रेस, विजय शर्मा ने दी सड़क पर तमाशा नहीं करने की नसीहत 

Krishna Janmashtami In MP :  विपक्ष के सवालों पर सत्ता पक्ष की तरफ से भी जुबानी तीर चले। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूछा कि जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण के स्थानों को स्मरण नहीं करेंगे तो फिर लोग मथुरा को क्यों स्मरण करते हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी पूछा कि क्या कांग्रेसी जन्माष्टमी नहीं मनाएंगे। कृष्ण किसी दल के नहीं है बल्कि हर संस्कृति हर समाज के हैं।

श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र में 5 हजार साल पहले गीता का जो संदेश मानव जाति को दिया उसकी दुनिया में दूसरी कोई मिसाल नहीं मिलती। गीता आज भी मानव जाति की मार्गदर्शक है। स्कूल, कॉलेजों में जन्माष्टमी को लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आदेश और विरोध कितना तार्किक है ये बहस का मुद्दा है। शायद गीता का ज्ञान ही हमारे नेताओं का सही मार्गदर्शन करें।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsAp