नई दिल्ली: Lok Sabha Chunav 2024 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जब से विवेकानंद रॉक मैमोरियल में ध्यान का प्लान बना है। केरल के कन्याकुमारी की ये जगह चर्चा में आ गई है। स्वामी विवेकानंद को यहां 3 दिन ध्यान के बाद ज्ञान की प्राप्त हुई थी। जिसके बाद वो भारत के ज्ञान और दर्शन की पताका दुनिया में फहराने अमेरिका रवाना हुए थे। शिकागो में स्वामी विवेकानंद ने अपना ऐतिहासिक व्याख्यान दिया था।
भारत के सुदूर दक्षिण में स्थित ऐतिहासिक और धार्मिक शहर कन्याकुमारी हमारी सामान्य ज्ञान की किताबों में अक्सर इस जगह का जिक्र भारत के सबसे अंतिम बिंदू के रूप में होता आया है.. स्वामी विवेकानंद का इस जगह से खास रिश्ता है। 24 दिसंबर 1892 को विवेकानंद समुद्र की लहरो को पार कर 500 मीटर दूर इस स्थान पर पहुंचे थे। 25, 26 और 27 दिसंबर को विवेकानंद ध्यान की मुद्रा में रहे। ऐसा माना जाता है कि शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में जाने की प्रेरणा उन्हें इसी स्थान पर ध्यान के बाद मिली। पीएम मोदी यहां 45 घंटे ध्यान करने वाले हैं। आखिर उन्होंने इस स्थान को क्यों चुना जानते हैं ग्राफिक्स के जरिए।
भारतीय दर्शन में ध्यान की परंपरा वैदिक काल से चली आ रही है। गौतम बुद्ध को ध्यान से ज्ञान प्राप्त हुआ था। विवेकानंद को भी इससे प्रेरणा मिली। पीएम मोदी भी अब यहां अगले 3 दिन ध्यान की मुद्रा में रहेंगे। पीएम मोदी साल 2019 के लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद भी ध्यान के लिए महादेव की शरण में केदारनाथ पहुंचे थे। इस बार माता पार्वती की शरण में कन्याकुमारी आए हैं।