रायपुर : High Level Meeting In Delhi : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल दिल्ली में नक्सल प्रभावित राज्यों की हाईलेव मीटिंग बुलाई है, जिसके लिए सीएम विष्णुदेव साय दिल्ली रवाना हो गए हैं। मीटिंग में नक्सलियों के खात्मे और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास की गति तेज करने पर चर्चा होगी। वहीं छत्तीसगढ़ में 31 नक्सलियों के एनकाउंटर को लेकर जहां जवानों के साहस की जमकर तारीफ हो रही है। वहीं इस पर सियासत भी चरम पर है।
High Level Meeting In Delhi : छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी ऑपरेशन कामयाबी की बुलंदियों को छू रहा है। एक के बाद एक नक्सलियों के गढ़ ध्वस्त हो रहे हैं और सुरक्षाबलों का दबाव बढ़ रहा है। जिसका सबसे बड़ा सबूत है अबूझमाढ़ के जंगल में 31 नक्सलियों का एनकाउंटर है। नक्सलियों से लोहा लेने वाले जवानों से रविवार को दंतेवाड़ा में डिप्टी CM विजय शर्मा, मंत्री राम विचार नेताम और मंत्री केदार कश्यप मिले और जवानों को बधाई दी। वहीं सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में नक्सल प्रभावित राज्यों की हाई लेवल मीटिंग होने जा रही है। जिसके लिए छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय और मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव दिल्ली रवाना हो गए है। मध्य प्रदेश के बालाघाट, मंडला, डिंडोरी और सिंगरौली जिले नक्सल प्रभावित जिसे माने जाते है। सीएम साय इस बैठक में नारायणपुर-दंतेवाड़ा सीमा पर हुए नक्सल ऑपरेशन की जानकारी देंगे। साय सरकार नक्सलियों के सफाए को लेकर दृढ़ संकल्पित है।
High Level Meeting In Delhi : छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद के सफाए पर सियासत भी खूब हो रही है। कांग्रेस जहां अपने 5 साल के कार्यकाल में आधारभूत ढांचे के विकास को जवानों की सफलता से जोड़ रही है, तो बीजेपी इस पर तंज कस रही है।
छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का सफाया वो सपना है। जिसके साकार होने का सबको बेसब्री से इंतजार है। कभी नक्सलियों के हमले से आम लोगों और जवानों की शहादत की खबरे सुर्खियां बनती थी, लेकिन ये सरकार के दृढ़ संकल्प और जवानों के साहस का फल है जब नक्सलियों के आए दिन एनकाउंटर की खबरे चर्चा में है। अगर इसी तरह केंद्र, राज्य और सुरक्षाबलों के बीच बेहतर तालमेल बना रहा तो वो दिन दूर नहीं जब 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे की डेडलाइन को हासिल किया जा सकेगा।