भोपाल : Indore Municipal Corporation Budget : इंदौर नगर निगम परिषद का दूसरा दिन भी हंगामेदार रहा। 8 हजार करोड़ रुपए का बजट बिना बहस के पास कर दिया गया। मंगलवार को पेश हुए बजट पर आज बहस होनी थी, लेकिन सत्ता पक्ष के भारी हंगामे और शोर-शराबे के चलते ना प्रश्नकाल चल सका और ना ही बजट पर बहस हो पाई। बीजेपी पार्षदों ने इसके लिए कांग्रेस तो वहीं कांग्रेस ने बीजेपी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
Indore Municipal Corporation Budget : मध्यप्रदेश के सबसे अमीर नगर निगमों में शुमार इंदौर नगर निगम परिषद का ये नजारा है। मंगलवार को जहां विपक्ष ने भ्रष्टाचार को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया था तो बुधवार को सत्ता पक्ष हिसाब बराबर करते नजर आया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कांग्रेस पार्षदों के सवाल शामिल नहीं किए जाने पर आपत्ति उठाई। जिस पर बीजेपी पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया और कहा कि जिन्हें कल निलंबित किया गया। उन्हें सवाल पूछने का अधिकार नहीं। हंगामे के चलते सभापति को कई बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। आखिर में सभापति ने बिना चर्चा ध्वनिमत से बजट पास होने की घोषणा की। कांग्रेस पार्षद दल के नेता चिंटू चौकसे ने आरोप लगाया कि विपक्ष की आवाज दबाने के लिए बीजेपी पार्षदों ने हंगामा किया। वहीं महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने इसका ठीकरा कांग्रेसी पार्षदों पर फोड़ा।
Indore Municipal Corporation Budget : इंदौर नगर निगम के 8 हजार करोड़ के बजट में कई ऐसे मुद्दे थे..जिन पर चर्चा और बहस की गुंजाइश थी। करीब 15 साल बाद कर की दरों में इजाफा किया गया था। सम्पत्ति कर और जल कर की दर बढ़ाई गई थी। बजट में योजनाओं के लिए आवंटित राशि और स्टूडेंट्स को सिटी बस के किराए में छूट ऐसे कई चर्चा के मुद्दे थे, लेकिन बजट पर बहस और निगम परिषद की कार्रवाई सियासत की भेंट चढ़ गई।