भोपाल: #SarkaronIBC24: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने फिर से BJP का दामन थाम लिया है… उन्होंने बुधनी विधानसभा उपचुनाव के दौरान नांदनेर में आयोजित एक कार्यक्रम में BJP की सदस्यता ली… इस दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे…दरअसल, दीपक जोशी ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान देवास की हाटपिपल्या सीट से टिकट मांग रहे थे… लेकिन BJP ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए मनोज चौ को दावेदार घोषित किया था… जिससे नाराज होकर दीपक जोशी ने पार्टी छोड़ कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली थी… कांग्रेस ने उन्हें खातेगांव से टिकट दिया… लेकिन वे 12 हजार 542 वोटों से चुनाव हार गए थे… इधर, BJP की सदस्यता लेने के बाद दीपक जोशी का कहना है कि आज छट के पावन पर्व पर घर वापसी हुई है कांग्रेस में जाना मेरी गलती थी….
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे और पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने फिर से BJP का दामन थाम लिया है… उन्होंने बुधनी विधानसभा उपचुनाव के दौरान नांदनेर में आयोजित एक कार्यक्रम में BJP की सदस्यता ली… इस दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे…दरअसल, दीपक जोशी ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान देवास की हाटपिपल्या सीट से टिकट मांग रहे थे… लेकिन BJP ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए मनोज चौ को दावेदार घोषित किया था… जिससे नाराज होकर दीपक जोशी ने पार्टी छोड़ कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली थी… कांग्रेस ने उन्हें खातेगांव से टिकट दिया… लेकिन वे 12 हजार 542 वोटों से चुनाव हार गए थे… इधर, BJP की सदस्यता लेने के बाद दीपक जोशी का कहना है कि आज छट के पावन पर्व पर घर वापसी हुई है कांग्रेस में जाना मेरी गलती थी….
बुधनी विधानसभा सीट पर बीजेपी के रमाकांत भार्गव और कांग्रेस के राजकुमार पटेल के बीच मुकाबला है.. जो गुजरते वक्त के साथ दिलचस्प होता जा रहा है… दोनों पार्टियों ने प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है और दिग्गजों ने मोर्चा संभाल लिया है..बीजेपी जहां अपना गढ़ होने के चलते जीत की उम्मीद कर रही है तो कांग्रेस इस बार शिवराज का किला ढहने के लिए पूरा जोर लगा रही है… कांग्रेस का सबसे ज्यादा फोकस बूथ मैनेजमेंट पर है…
दरअसल 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 336 बूथों में से 10 फीसदी बूथ भी नहीं जीत पाई थी..उसे सिर्फ 16 बूथों पर कामयाबी मिली थी.. जबकि 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 48 बूथ जीते थे.. चुनाव में शिवराज ने कांग्रेस कैंडेडिट अरुण यादव को 59 हजार वोटों से हराया था…हालांकि PCC चीफ जीतू पटवारी का दावा है कि इस बार विजयपुर और बुधनी में बड़ा उलटफेर होने वाला है…
बुधनी सीट शिवराज सिंह का गढ़ होने के नाते हमेशा से हाईप्रोफाइल रही है…पिछले चुनावों में कांग्रेस प्रत्याशी को शिवराज ने 1 लाख 51 हजार वोटों के बड़े अंतर से हराया था.. झारखंड चुनाव की व्यस्तता के बीच शिवराज सिंह का दावा है कि बुधनी में फिर कमल खिलेगा…
जाहिर है बुधनी उपचुनाव केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन चुका है… ऐसे में झारखंड में शिवराज की व्यस्तता का कितना फायदा कांग्रेस उठा पाती है ये देखना दिलचस्प होगा…