नई दिल्ली : By-Election 2024 New Voting Date: चुनाव आयोग ने यूपी, केरल और पंजाब में विधानसभा चुनाव की तारीखों को आगे बढ़ा दिया है। इन राज्यों में विधानसभा उपचुनाव अब 13 नवंबर की जगह 20 नवंबर को आयोजित कराए जाएंगे। चुनाव आयोग ने त्योहारों के चलते राजनीतिक दलों की मांग को इस फैसले की वजह बताया है। हालांकि आयोग का ये फैसला समाजवादी पार्टी और आप को नागवार गुजरा है। सपा ने तो इसे सोची-समझी साजिश बताकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं।
By-Election 2024 New Voting Date: चलिए अब आपको बताते हैं कि चुनाव आयोग के इस फैसले का असर किन विधानसभा सीटों पर पड़ेगा। 13 नवंबर की जगह कहां-कहां 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। वो सीटे हैं केरल की पलक्कड़ विधानसभा सीट, पंजाब की बाबा नानक, चब्बेवाल, गिद्दड़बाहा और बरनाला सीट, यूपी की सभी 9 सीटों पर भी 20 नवंबर को मतदान होगा।
अब आप ये भी जान लिजिए की आखिर ऐसे वो कौन से त्योहार हैं। जिनके चलते उपचुनाव की तारीखे आगे बढ़ाई गई।
केरल में 13 से 15 नवंबर तक “कलपथी रास्तोलसवम” उत्सव मनाया जाएगा।
पंजाब में गुरु नानक देव का 15 नवंबर को प्रकाश पर्व है और 13 नवंबर से अखंड पाठ का आयोजन किया जाना है।
यूपी में कार्तिक पूर्णिमा पर कई दिन लोग पदयात्रा करते हैं।
ऐसा नहीं है कि चुनाव आयोग ने ये फैसला सिर्फ बीजेपी की मांग पर उठाया हो, बल्कि कांग्रेस, बसपा और राष्ट्रीय लोक दल ने भी तारीख आगे बढ़ाने की मांग की थी। इन दलों को आशंका थी कि सामाजिक, धार्मिक और सांस्कृति कार्यक्रमों के चलते मतदान का प्रतिशत कम हो सकता है।
By-Election 2024 New Voting Date: केरल की पलक्कड़ विधानसभा सीट पंजाब की बाबा नानक, चब्बेवाल, गिद्दड़बाहा और बरनाला सीट यूपी की 9 सीटों पर भी 20 नवंबर को मतदान होगा
केरल में 13 से 15 नवंबर तक “कलपथी रास्तोलसवम” उत्सव
पंजाब में गुरु नानक देव का 15 नवंबर को प्रकाश पर्व
यूपी में कार्तिक पूर्णिमा पर लोग पदयात्रा करते हैं ।
By-Election 2024 New Voting Date: डिंपल यादव ने कहा कि जहां गठबंधन मजबूत हो रहा है और जहां समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में भी कई सीटें निकालने की स्टेज में है।इसीलिए पूरी तरह सोच-समझकर ये डेट बदली गई है। मुस्लिमों के खिलाफ बीजेपी की भाषा का आरोप लगाते हुए डिंपल यादव ने कहा कि ये समाज को बांटना चाहते हैं। भारत की गंगा-जमुनी तहजीब को ये लोग तहस-नहस करना चाहते हैं। समाज में कोई भी एक वर्ग अगर पिछड़ा रह जाता है तो इससे पूरे देश का नुकसान होता है। आजतक इस तरीके की बातें कभी नहीं कही गईं.संविधान के विरूद्ध बातें ये लोग कर रहे हैं। ये नहीं चाहते कि देश संविधान से चले। ये अपने मन से देश को चलाना चाहते हैं। कोई न कोई रणनीति के तहत ही उपचुनाव की तारीखों में बदलाव किया गया है। उत्तर प्रदेश में चुनाव हो जाते तो सपा नेता महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार करने जाते। कहीं न कहीं इसको ध्यान में रखते हुए ये डेट बदले गए हैं।