रायपुर : Bastar Development Authority Meeting: सीएम साय कल बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक लेने जा रहे हैं। बस्तर के चित्रकोट में होने वाली इस बैठक को सरकार बस्तर के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम बता रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस इसे सरकार की प्री-न्यू ईयर पार्टी और पिकनिक बताकर तंज कस रही है। आखिर क्यों खास है ये बैठक और इस पर क्यों कांग्रेस और बीजेपी में सियासी हमलों का दौर तेज हो गया है।
Bastar Development Authority Meeting: छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा और प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न इलाका बस्तर जहां विकास की भरपूर संभवनाएं है। इसी के चलते साय सरकार सोमवार को बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक लेने जा रही हैं। जिसमें बस्तर के विकास से जुड़े बड़े फैसले लिए जा सकते हैं। बैठक चित्रकोट जलप्रपात के नजदीक होगी जिसकी प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है।
दूसरी ओर इस पर सियासी बखेड़ा भी शुरू हो गया है। बीजेपी जहां बैठक को बस्तर के विकास के लिए जरुरी बैठक बता रही है, तो कांग्रेस बैठक के लिए एक पर्यटन स्थल के चुनाव पर सवाल खड़े कर रही है।
प्राधिकरण की बैठक पर डिप्टी सीएम अरुण साव और PCC चीफ दीपक बैज भी आमने-सामने हैं। एक दूसरे पर बस्तर के विकास की उपेक्षा का आरोप लगा रहे हैं।
Bastar Development Authority Meeting: बस्तर ना केवल प्राकृतिक संसाधनों से संपन्न है बल्कि ये छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े आदिवासी इलाकों में से भी एक है। जाहिर है बस्तर के विकास के साथ आदिवासियों का विकास भी जुड़ा है। जो कभी प्राकृतिक बाधाओं और नक्सल समस्या के चलते नहीं हो पाया। साय सरकार एक तरफ जहां नक्सलियों से लोहा ले रही है तो दूसरी तरफ बस्तर के विकास के लिए बड़े फैसले लेने का भी इरादा रखती है। इसी के चलते इस बैठक को अहम माना जा रहा है। बहरहाल सबकी नजर इस बैठक में लिए जाने वाले फैसलों पर है।