लखनऊ : Kalindi Express Accident: यूपी के कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को ब्लास्ट से उड़ाने की बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। RPF को रेलवे ट्रैक के पास LPG सिलेंडर और पेट्रोल के साथ बड़ी मात्रा में गोला बारुद मिला है। जिससे रेलवे बोर्ड में हड़कंप मच गया है। RPF और पुलिस बल रेलवे ट्रैक के आसपास के इलाके की सघन जांच में जुटे है। पुलिस कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए UP-STF और ATS भी सक्रिय हो गए हैं।
Kalindi Express Accident: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह उस खतरे की ओर इशारा कर रहे हैं, जो भारतीय रेलवे पर मंडरा रहा है। एक के बाद एक रेल हादसे और उसके पीछे साजिश का एंगल। दरअसल यूपी के प्रयागराज से हरियाणा के भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को रविवार रात साजिश के तहत निशाना बनाया गया।
बताया जा रहा है कि, रेलवे ट्रैक पर एक भरा LPG सिलेंडर रखा था..जिससे 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही कालिंदी एक्सप्रेस टकराई। इसके बाद लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोकी और मौके पर जाकर देखा तो हैरान रहा गया। आनन-फानन में RPF मौके पर पहुंची, फिर सघन तलाशी लेने पर ट्रेन से टकराया LPG सिलेंडर, पेट्रोल से भरी बोतलें, माचिस और गोला बारूद से भरा हुआ मिठाई का एक डिब्बा भी बरामद हुआ।
Kalindi Express Accident: कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश का खुलासा होते ही ATS और यूपी STF एक्टिव हो गई है। सुरक्षा बलो को मिठाई के जिस डिब्बे में गोला बारूद मिला वो कन्नौज का था। कन्नौज पुलिस ने मिठाई की उस दुकान के CCTV का DVR अपने कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है।
LPG सिलेंडर को पटरी के बीच में हल्का गड्ढा कर रखा था अगर वो फटता तो ट्रेन इंजन समेत आग का गोला बन सकती थी और ट्रेन के डिरेल होने का भी खतरा था। हालांकि सिलेंडर की मजबूती ने साजिशकर्ताओं के इरादे नाकाम हो गए। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह यहां तक बोल गए कि ये गोधरा कांड दोहराने की साजिश थी।
Kalindi Express Accident: यूपी के कानपुर में एक महीने के अंदर दो ट्रेन हादसों में साजिश का एंगल सामने आया है। इससे पहले 17 अगस्त को ही कानपुर-झांसी रूट पर साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी। ट्रैक के पास से लोहे का एंगल मिला था। रेलवे ने इस हादसे में भी साजिश की बात कही थी। कालिंदी एक्सप्रेस को जिस तरह से निशाना बनाने की कोशिश की गई। वैसा शायद भारतीय रेलवे के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ। अगर ये साजिश कामयाब हो जाती तो सैकडों रेल यात्रियों की जान चली जाती। भारतीय रेलों में रोजाना करोड़ो लोग सफर करते हैं। ऐसे में इस घटना को हल्के में नहीं लिया जा सकता इसके दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए ताकि ऐसे नापाक मंसूबों को कोई अंजाम ना दे सके।