रायपुर : CG Politics : छत्तीसगढ़ में बीजेपी सांसदों और विधायकों के सरकार को लिखे पत्रों पर सियासत गरमा गई है। किसी पत्र में सीमेंट की बढ़ी कीमतों को लेकर नाराजगी है तो कहीं CCTV कैमरे नहीं लगा होने को लेकर सवाल है। कांग्रेस ने इसे लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस आरोप लगा रही है.. कि बीजेपी के सांसदों और विधायकों को ही सरकार के काम से भरोसा नहीं। जिसके चलते लगातार पत्र लिखे जा रहे हैं। वहीं सरकार सुशासन के लिए ऐसे पत्र व्यवहार को सामान्य प्रक्रिया बता रही है।
CG Politics : छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से बीजेपी के सांसद और विधायक साय सरकार को लगातार पत्र लिख रहे हैं। बीजेपी सांसद विजय बघेल ने कर्मचारियों की मांग पूरी करने के लिए पत्र लिखा तो वहीं विधायक पुरंदर मिश्रा ने रायपुर में अपराध रोकने के लिए CCTV कैमरे लगाने की मांग को लेकर पत्र लिख डाला।इसी बीच सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश में सीमेंट की बढ़ी कीमतों पर चिंता जताई और सरकार को पत्र लिखकर जरुरी कदम उठाने के लिए कहा।सरकार और बीजेपी नेताओं के बीच इस पत्र व्यवहार से कांगेस को निशाना साधने का मौका मिल गया है। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने आरोप लगाया कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद सीमेंट ही नहीं गिट्टी और रेत के रेट भी कई गुना बढ़ गए हैं।
सरकार के साथ बीजेपी सांसद और विधायकों के पत्र व्यवहार से इस पर सियासत भी तेज है। पूर्व मंत्री शिव डहरिया ने निशाना साधा कि, BJP के सांसद और विधायक सरकार के काम को लेकर सशंकित हैं, तो अरुण साव ने इस पर पलटवार किया कि कोई पत्र राज्य सरकार के खिलाफ नहीं है।
CG Politics : सरकारी कामकाज बिना लिखा पढ़ी के नहीं होता। जब तक कागज और सरकारी फाइले एक अधिकारी से दूसरे अधिकारी की मेज तक नहीं पहुंचती आमतौर पर कोई एक्शन नहीं लिया जाता। इस पर सियासत अपनी जगह है लेकिन आज ज्य़ादा जरुरी ये बात है कि जनप्रतिनिधियों की शिकायतों और सुझावों को गंभीरता से लिया जाए ताकि लोगों की परेशानी दूर हो और उनकी समस्याओं का समय रहते समाधान निकला जाए।