नई दिल्ली : Rahul Gandhi Statement : लोकसभा चुनाव के दौरान आरक्षण और संविधान के मुद्दे पर भाजपा को घेरने वाली कांग्रेस अब खुद आरक्षण के मुद्दे पर घिरती नजर आ रही है। दरअसल कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष इस वक्त अमेरिका के दौरे पर हैं। जहां एक इंटरव्यू के दौरान आरक्षण के सवाल पर दिए राहुल के जवाब पर देश में सियासी पारा चढ़ गया है। उनके बयान को बीजेपी ने पूरी शिद्दत से लपक लिया है। भाजपा, बसपा समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रत्याक्रमण की झड़ी लगा दी है। अब यहां मुद्दा ये नहीं रह गया कि राहुल ने दरअसल कहा क्या और उसमें गलत-सही क्या है। सच तो ये है कि आरक्षण पर अब तक बीजेपी को घेरने वाली कांग्रेस खुद उसी ट्रैप में फंसती नजर आ रही है।
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Rahul Gandhi Statement : कांग्रेस सांसद और गांधी परिवार के सियासी वारिस राहुल गांधी विदेश जाए। बयान दें और विवाद न हो ये कैसे संभव है और मुद्दा भी ऐसा जो पूरे देश की सियासत को पलट कर रख दें। अमेरिका के जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में जब राहुल गांधी से पूछा गया कि जाति के आधार पर आरक्षण कब तक जारी रहेगा?
इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब देश में निष्पक्षता होगी। साथ ही राहुल ने धार्मिक आजादी पर बोलते हुए भारत में सिख धर्म की स्थिति पर भी सवाल उठाए।
राहुल गांधी के विदेश में दिए इन बयानों ने देश में सियासी उबाल ला दिया। खुद को दलितों का इकलौता हमदर्द बताने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती ने राहुल पर जोरदार हमला बोला।
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Rahul Gandhi Statement : उन्होंने एक्स पर लिखा कि, अब कांग्रेस पार्टी के सर्वेसर्वा राहुल गाँधी के इस नाटक से भी सर्तक रहें जिसमें उन्होंने विदेश में यह कहा है कि, भारत जब बेहत्तर स्थिति में होगा तो हम SC, ST, OBC का आरक्षण खत्म कर देंगे, इससे स्पष्ट है कि कांग्रेस वर्षों से इनके आरक्षण को खत्म करने के षडयंत्र में लगी है तो साथ ही दूसरे दलों ने भी राहुल के आरक्षण और सिखों पर दिए बयान पर नाराजगी जाहिर की।
आजादी के कई दशक बाद भी आरक्षण सबसे ज्वलनशील मुद्दा रहा है। जिसने भी आरक्षण के साथ थोड़ा भी हेरफेर करने की कोशिश की है। मूकी ही खाई है। तो वहीं जिस भी दल ने इसकी वकालत की है। उसे इसका फायदा जरूर मिला है..साथ ही सिखों को लेकर हमेशा घेरी जाने वाली कांग्रेस के लिए राहुल का बयान भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है। ऐसे में राहुल गांधी के इन बयानों का कांग्रेस को कितना नफा होगा और कितना नुकसान..ये बड़ा सवाल है?