रायपुर: CG Politics नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रचने जा रहे हैं। देश में करीब 10 साल बाद गठबंधन सरकार बनेगी। लेकिन इसी बीच छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सरकार बनने से पहले ही मध्यावधि चुनाव की बात कहकर नए विवाद को जन्म दे दिया है। उनके बयान से रायपुर से लेकर भोपाल तक सियासत गरमा गई। सीएम साय और मोहन यादव ने भूपेश बघेल पर जमकर पलटवार किया है।
CG Politics कांग्रेस नेता छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार को पचा नहीं पा रहे। MP के पूर्व सीएम कमलनाथ जहां जनता के बहकने को इसकी वजह बता रहे हैं, तो वहीं छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल देश में एक साल के अंदर मध्यवाधि चुनाव का शिगूफा छोड़ रहे हैं। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया साइट X पर इससे जुड़ी पोस्ट की। उन्होंने X पर लिखा कार्यकर्ता साथी तैयार रहें!
6 महीने 1 साल के भीतर मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। फड़नवीस इस्तीफ़ा दे रहे हैं, योगी जी की कुर्सी डोल रही है. भजनलाल शर्मा भी डगमग-डगमग कर रहे हैं। सरकार बनी नहीं है लेकिन जदयू प्रवक्ता अग्निवीर योजना रद्द करने और जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं। ये सब वो मुद्दे हैं जो राहुल गांधी लेकर चले हैं।
दिल्ली पहुंचे भूपेश बघेल मध्यावधि चुनाव को लेकर अपने स्टैंड पर कायम रहे और उन्होंने इस पर बयान भी दिया। जिस पर छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय और मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव ने जमकर पलटवार किया है। सीएम साय ने कहा कि उन्हें अपने ख्यालों में रहने दीजिए। NDA सरकार पूरे 5 साल तक चलेगी। वहीं MP के सीएम मोहन यादव ने विपक्ष को बेवजह बायनबाजी से ध्यान हटाकर अपनी हार स्वीकारने की नसीहत दी है।
देश में ऐसा पहली बार नहीं है जब कोई पार्टी गठबंधन सरकार बना रही हो। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी पूरे 5 साल मिलीजुली सरकार चला चुके हैं और कांग्रेस के दौरा में मनमोहन सिंह भी ये करिश्मा कर चुके हैं। ऐसे में मोदी 3.0 की शपथ लेने से पहले ही उसकी स्थिरता को लेकर सवाल उठाना कहीं ना कहीं कांग्रेस की टीस को ही जगजाहिर कर रहा है।