नई दिल्ली : Kolkata Rape-Murder Case : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के विरोध में छात्रों और मजदूर संगठनों ने ‘नबान्ना अभियान मार्च निकाला। पुलिस ने इसे रोकने के लिए बैरिकेडिंग की और वाटर कैनन से लेकर आंसू गैस के गोलों तक का इस्तेमाल किया। नबान्ना दरअसल पश्चिम बंगाल सरकार का राज्य सचिवालय है। जहां मुख्यमंत्री, मंत्री और अफसर बैठते हैं। प्रदर्शनकारी इसे घेरने जा रहे थे इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़पें हुईं।
Kolkata Rape-Murder Case : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टर से रेप और मर्डर के विरोध में चल रहा आंदोलन मंगलवार को चरम पर पहुंच गया। छात्रों और मजदूर संगठनों ने पीड़िता को न्याय, आरोपी को फांसी और सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर नबान्ना अभियान मार्च निकाला। नबान्ना पश्चिम बंगाल सरकार का राज्य सचिवालय है। जहां मुख्यमंत्री, मंत्री और अफसर बैठते हैं। प्रदर्शनकारी इसे घेरने जा रहे थे।इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़पें हुईं।
प्रदर्शनकारियों की रैली दोपहर करीब 12:45 बजे शुरू हुई जिसने हावड़ा से लगे संतरागाछी में बैरिकेडिंग तोड़ दी। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। पुलिस की कार्रवाई में दर्जनों प्रदर्शकारी घायल हुए। पुलिस ने राज्य सचिवालय नबन्ना के पास भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 लगा दी। बंगाल पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नाबन्ना पहुंचने से रोकने के लिए जबरर्दस्त तैयारी की थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती से लेकर बैरिकेटिंग और ड्रोन से निगरानी की गई। हावड़ा ब्रिज को भी सील कर दिया गया।
कोलकाता की सडकों पर मंगलवार को जहां युद्ध जैसे हालात देखने को मिले तो वहीं सियासी पारा भी हाई रहा। बीजेपी ने ममता सरकार को तानाशाह बताकर प्रदर्शनकारियों पर सख्ती का आरोप लगाया तो वहीं TMC नेताओं ने बीजेपी पर लोगों को भड़काने और बंगाल में अशांति फैलाने की साजिश का आरोप लगाकर निशना साधा।
Kolkata Rape-Murder Case : आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर की घटना ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया था। इसके बाद ही आम लोगों और सरकारों का ध्यान सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स के काम करने के बदतर हालात और कमजोर सुरक्षा इंतजामों पर गया। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के दखल से जहां मामले की जांच CBI को सौपी गई। वहीं डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर भी टास्क फोर्स गठित हुई। हालांकि अब ये मामला सियासी रंग ले चुका है। सीएम ममता बनर्जी पर भारी दबाव है। इस बीच बीजेपी ने बुधवार को 12 घंटे के लिए कोलकाता बंद का ऐलान किया है। यानी ममता बनर्जी के सामने चुनौती दोहरी है।