रायपुर : Raipur South By Election: रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट भले बीजेपी का गढ़ हो, लेकिन कांग्रेस इसे हल्के में नहीं ले रही। एक तरफ कांग्रेस के स्टार प्रचारक कार्यकर्ताओं में जोश भर रहे हैं तो दूसरी तरफ डोर-टू-डोर कैंपेन के जरिए समर्थक हवा का रुख कांग्रेस की ओर मोडने में जुटे हैं। पार्टी ने पूर्व विधायकों और मंत्रियों की बूथों पर ड्यूटी लगा दी है। दक्षिण के दंगल में जीत के लिए आखिर क्या है कांग्रेस की रणनीति।
Raipur South By Election: रायपुर दक्षिण के सियासी दंगल में चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर है। बीजेपी और कांग्रेस के स्टार प्रचारक धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। खासतौर पर कांग्रेस प्रत्याशी के लिए पीसीसी चीफ दीपक बैज, कवासी लखमा और धनेंद्र साहू ने मोर्चा संभाल लिया है। कांग्रेसी डोर-टू-डोर प्रचार में भी कोई कमी नहीं छोड़ रहे। उपचुनाव को लेकर कांग्रेस की गंभीरता इसी बात से समझी जा सकती है कि कई पूर्व मंत्रियों, विधायकों की ड्यूटी बतौर सेक्टर प्रभारी लगाई है। हर बड़े नेता को 3 से 5 बूथों की जिम्मेदारी सौपी है। खास बात ये है कि बूथों के प्रभारी भी PCC पदाधिकारी बनाए गए हैं।
दरअसल हर बार कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में बूथों से निराशा हाथ लगती रही है लेकिन इस बार कांग्रेसी पहले से अलर्ट हैं। प्रचार के दौरान कवासी लखमा जैसे नेता राउत नाचा से भी रंग जमाते नजर आ रहे हैं। बुधवार को सचिन पायलट की सभा भी होने वाली हैं। PCC चीफ दीपक बैज मजबूत मैनेजमेंट के बूते दक्षिण का दंगल जीतने का दावा कर रहे हैं, तो दूसरी ओर मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल कांग्रेस की रणनीति पर तंज कस रहे हैं।
Raipur South By Election: विधानसभा और लोकसभा चुनाव में करारी हार से कांग्रेस बैकफुट पर है। उसे संजीवनी की जरुरत है। दक्षिण के दंगल में पहली बार बृजमोहन अग्रवाल नहीं है, लिहाजा कांग्रेसी जीत की उम्मीद कर रहे है। हालांकि सच ये भी है कि कांग्रेस के लिए यहां गवाने के लिए कुछ नहीं है। ये सीट पहले भी बीजेपी के ही खाते में थी। इसी के चलते कांग्रेस नेता अपनी तैयारी में कोई कमी नहीं छोड़ना चाह रहे। वहीं बीजेपी इस सीट पर लगातार जीत से उत्साहित है और उसका पूरा जोर जीत का मार्जिन बढ़ाने पर है।