रांची : Jharkhand Election 2024 : झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। रांची से लेकर दिल्ली तक मंथन का दौर चल रहा है। हालांकि चुनावी जंग में NDA गठबंधन INDIA गठबंधन से एक कदम आगे चल रही है। सीट शेयरिंग फाइनल होते ही बीजेपी-आजसु ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी कर दिया, लेकिन टिकट बंटते ही बगावत भी शुरू हो गई है। दूसरी ओर इंडिया गठबंधन अब भी सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय नहीं कर पाई है। वजह है RJD और CPI की नाराजगी।
सीट शेयरिंग से पहले रांची में हेमंत सोरेन के साथ राहुल और तेजस्वी की मुलाकात के बाद माना जा रहा था कि, इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों का ऐलान हो जाएगा, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि सीटों को लेकर इंडिया गठबंघन में खटपट शुरू हो गई है। दरअसल RJD -कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने कहा कि, 70 सीटों पर JMM-कांग्रेस चुनाव लड़ेंगे, बाकि 11 सीटें RJD और वाम दल लड़ेंगे।
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Jharkhand Election 2024 : वैसे पिछले चुनाव के आंकड़ों पर नजर डालें तो..सीट बंटवारे का JMM-कांग्रेस फॉर्मूला अटपटा नहीं लगता। दरअसल 2019 विधानसभा चुनाव में JMM 43 सीटों पर चुनाव लड़ी और 27 सीटें जीती थी। कांग्रेस 31 सीटों पर चुनाव लड़ी, 18 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं RJD 7 सीटों पर लड़ी थी, लेकिन उसे सिर्फ 1 सीट पर जीत मिली। RJD इस बार 12-13 सीट की डिमांड कर रहा है।
झारखंड में RJD ने अपने सारे विकल्प खुले रखे हैं। INDIA गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर खटपट मची है। NDA गठबंधन में टिकट बंटवारे के बाद बगावत का झंडा बुलंद है।
इस लिस्ट में पहला नाम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा हैं। जिनको टिकट मिलते ही पोटका की पूर्व विधायक मेनका सरदार ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया।
इधर सरायकेला से चंपई सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले गणेश महली ने भी बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। कयास लग रहे हैं कि वो JMM में शामिल होकर चंपई सोरेन के खिलाफ फिर चुनाव लड़ेंगे।
Jharkhand Election 2024 : वहीं बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लुईस मरांडी भी टिकट बंटवारे के बाद खफा हैं। वो दुमका सीट पर हेमंत सोरेन को चुनाव हरा चुकी हैं, लेकिन इस बार उनकी जगह सुनील सोरेन को बीजेपी ने टिकट दिया है। बगावत और नाराजगी के बाद भी बीजेपी झारखंड में अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है।
कुल मिलाकर चुनाव से पहले दोनों ही खेमों में तनाव का माहौल है। NDA में जहां टिकट बंटवारे के बाद बगावत की हवा चली है, तो INDIA गठबंधन में सीटों के बंटवारे से पहले ही खटपट मचा है। यानी चुनावी दंगल में उतरने से पहले दोनों ही गठबंधन में गांठ..जो सही वक्त पर उसे खोलेगा, वो उतना ही अपने मंजिल के करीब पहुंचेगा।