नई दिल्ली : Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली के दंगल में अब करीब 20 दिन बचे हैं। 5 फरवरी दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर वोटिंग है। जिसके लिए बीजेपी-कांग्रेस और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने अपनी-अपनी रणनीति के साथ चुनाव मैदान में है। मगर ऐन चुनाव से पहले केजरीवाल की टेंशन बढ़ गई है।
दिल्ली के दंगल में वार-पलटवार के बीच नामांकन भरने का सिलसिला भी जारी है। बुधवार के दिन भी बीजेपी- कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के दर्जन भर से अधिक नेताओं ने नामांकन भरा, लेकिन सबसे ज्यादा गहमागहमी और चर्चा नई दिल्ली सीट पर रही। हां आम आदमी पार्टी के मुखिया केजरीवाल और बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने नामांकन दाखिल किया। नामांकन से पहले दोनों नेताओं ने वाल्मिकी मंदिर जाकर पूजा की..और फिर पदयात्रा के जरिए शक्ति प्रदर्शन भी किया।
Delhi Assembly Election 2025: एक तरफ केजरीवाल ने नामांकन भरने के साथ जीत की हुंकार भरी, तो दूसरी और उनके लिए एक बुरी खबर भी सामने आई। शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गृह मंत्रालय ने ईडी को अरविंद केजरीवाल पर मुकदमा चलाने की इजाजत दे दी है। जिसके बाद बीजेपी को मौका मिल गया। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने शराब घोटाले पर पोस्टर लॉन्च कर केजरीवाल और आप की घेराबंदी की। हालांकि आम आदमी पार्टी इस फैसले पर सवाल उठा रही है कि 2 साल बाद और चुनाव से ऐन पहले केस चलाने की मंजूरी क्यों दी गई।
सियासी आरोप-प्रत्यारोप से इतर कौन सच बोल रहा..कौन झूठ ये तो बहस का मुद्दा है, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव से ऐन पहले गृह मंत्रालय ने केजरीवाल की टेंशन जरूर बढ़ा दी है। फिलहाल इस केस के मायने क्या हैं। चुनाव पर इसका कितना असर पड़ेगा और सबसे बड़ा सवाल ये कि शराब घोटाले का जिन्न केजरीवाल की जीत की हैट्रिक लगाने का सपना तोड़ पाएगा।