जबलपुर : Jabalpur Blackmail Kand : जबलपुर में कॉलेज छात्राओं के अश्लील वीडियो और ब्लैकमेलिंग के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मध्यप्रदेश की सियासत शुक्रवार को इसे लेकर गरमाए रही। सड़क से सियासी गलियारों तक जमकर बयानबाजी का दौर चला। वहीं इसने स्कूलों और कॉलेजों में छात्राओं की सुरक्षा और निजता पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए।
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Jabalpur Blackmail Kand : जबलपुर की कॉलेज छात्राओं के ब्लैकमेलिंग मामले में रोज चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब एक हैरान करने वाली बात सामने आई है। जिसमें पता चला है कि छात्राओं के अश्लील वीडियो तैयार करने के लिए AI टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया था। छात्राओं के चेहरे पॉर्न वीडियो की मॉडल के चेहरे पर लगा दिए गए। इसकी शिकायत कॉलेज छात्राओं प्रबंधन से की थी लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया। ब्लैकमेलर के डर से 7 छात्राओं ने कॉलेज छोड़ दिया।
जबलपुर पोर्न वीडियो खुलासे को लेकर छात्र संगठन भी सक्रिय हो गए हैं NSUI, कांग्रेस और ABVP ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शुक्रवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया और आंदोलन की चेतावनी दी।
जबलपुर पोर्न वीडियो ब्लैकमेलिंग मामले ने सियासी तूल भी पकड़ लिया है। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा करने में फेल बताया तो वहीं बीजेपी ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही साथ ही कांग्रेस पर मामले को बेवजह तूल देकर प्रदेश को बदनाम करने का आरोप लगाया।
Jabalpur Blackmail Kand : आने वाला दौर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है, जिसके खतरे आए दिन सिर उठा रहे हैं। जबलपुर की कॉलेज छात्राओं को जिस तरह इसके जरिए निशाना बनाया गया वो घटना आंखो खोल देने वाली है। हालांकि कई सवाल हैं, जो इस घटना से उठ रहे हैं। मसलन कॉलेज में ब्लैकमेलिंग का पोर्न वायरस की एंट्री कैसे हुई। पूरी घटना में कॉलेज प्रबंधन की क्या भूमिका है। सबसे बड़ा सवाल क्या बेटियों को ब्लैकमेलिंग से बचाया जा सकता था। बहरहाल कई सवाल है जिनके जवाब मिलना जरूरी है, क्योंकि ऐसी घटना प्रदेश में पहले कभी नहीं हुई। अगर इसे हल्के में लिया गया तो आगे भी इसी तरह कॉलेज छात्राओं को AI के जरिए शिकार बनाया जा सकता है।