लखनऊ : Jhansi Medical College Fire: उत्तर प्रदेश के सरकारी झांसी मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार की रात दर्दनाक हादसा हुआ। SNCU में हुए आग्निकांड में 10 बच्चों की जलकर मौत हो गई। जबकि कई बच्चों को कड़ी मशक्कत के बाद सुरक्षित बचाया गया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक शनिवार की सुबह ही मेडिकल कॉलेज पहुंचे। घटना स्थल का जायजा लिया और जांच के आदेश दिए। वहीं कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने इस घटना को लेकर योगी सरकार को घेरा।
Jhansi Medical College Fire: सिस्टम के खिलाफ ये गुस्सा ये नाराजगी यू ही नहीं है। झांसी के लक्ष्मीबाई सरकारी मेडिकल कॉलेज की SNCU का नजारा देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि शुक्रवार की रात यहां लगी आग कितनी भयावह रही होगी। जिसमें जलकर मशीने तक कोयला हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के चलते आग लगी। उसके बाद हुए धमाका से पूरे वार्ड में आग फैल गई। फायर फाइटिंग सिस्टम 4 साल पहले एक्सपायर हो चुके थे। जिसके चलते काम नहीं आए। जब आग लगी तब यहां 50 से ज्यादा बच्चे भर्ती थे। उनमें से 39 बच्चों को तो जैसे-तैसे बचा लिया गया, लेकिन 10 बच्चे जिंदा जल गए। शनिवार सुबह बच्चों के परिजन मेडिकल कॉलेज पहुंच गए और हंगामा कर दिया।
सीएम योगी ने हादसे के बाद हाईलेवल मीटिंग ली। कमिश्नर और DIG को 12 घंटे में रिपोर्ट देने के आदेश दिए। तड़के 5 बजे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी अस्पताल पहुंचे SNCU का जायजा लिया और घटना की त्रिस्तरीय जांच के आदेश दिए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी घटना पर दुख जताया।
Jhansi Medical College Fire: योगी सरकार हादसे के बाद एक्शन मोड में है तो वहीं विपक्ष को बीजेपी पर निशाना साधने का मौका मिल गया। सपा और कांग्रेस ने योगी सरकार को नसीहत दी।
झांसी के लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में हुआ हादसा न सिर्फ दिल दहला देने वाला था। बल्कि व्यवस्था की खामियों को भी उजागर कर गया। 4 साल पहले ही अग्निशमन यंत्र एक्सपायर हो चुके थे। जिसकी किसी ने सुध नहीं ली। नतीजा सबके सामने है। यूपी में चंद दिनों में 9 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव हैं। जाहिर है ये स्थिति योगी सरकार के लिए असहज करने वाली है। दूसरी ओर विपक्ष सरकार को घेरने के मूड में। अब ये देखना होगा कि इस घटना से कोई सबक लिया जाता है या फिर बात सिर्फ बयानबाजी पर आकर थम जाती है।