नई दिल्ली। Shani Dev Puja: शनिवार को शनिदेव की विधि पूर्वक पूजा उपासना की जाती है। कहा जाता है ऐसा करने शनि देव अति प्रसन्न होते हैं और भक्तों के सारे कष्ट दूर कर देते हैं। ज्योतिष शास्त्र में कहा जाता है कि शनिदेव लोगों को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं, वहीं यदि वो क्रोधित हो जाए तो जीवन में कठिनाईयों को भी सामना करना पड़ता है। कहते हैं शनि जिस पर मेहरबार हो जाए उसकी नैय्या पार हो जाती है। वहीं शनि को क्रूर ग्रह भी माना जाता है इसलिए इनकी पूजा में विशेष सावधानी रखी जाती है। खासतौर पर महिलाएं जब शनि देव की पूजा करती हैं तो इन्हे विशेष रूप से कुछ बातों का ध्यान देना चाहिए।
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Shani Dev Puja: शास्त्रों के मुताबिक, महिलाओं का शनि देव की मूर्ति पर तेल चढ़ाना वर्जित होता है। शनि को प्रसन्न करने के लिए महिलाएं पीपल के पेड़ के नीचे तेल का दीपक लगाएं या फिर शनि मंदिर में शनि के निमित्त दीपक लगा सकती हैं।
Shani Dev Puja: शनि देव की नजर अच्छे और बुरे कर्म करने वालों पर हमेशा बनी रहती है। महिलाएं जब शनि देव कुंडली में शनि दोष हो या फिर शनि की महादशा से निजात पाने के लिए उनकी आराधना कर सकती है।
Shani Dev Puja: शनि की कृपा पाने के लिए महिलाएं शनि मंदिर में शनि चालीसा का पाठ करें। महिलाओं के लिए ये सबसे सरल और उत्तम फलदायी पूजा मानी जाती है।
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Shani Dev Puja: शनिवार के दिन महिलाओं को शनि से संबंधित चीजें जैसे सरसों का तेल, काले कपड़े, काले जूते, लोहे का बर्तन, काली उड़द, काला तिल का दान करें। इससे शनि दोष शांत होता है।
Shani Dev Puja: शनि देव की पूजा करते वक्त महिलाएं गलती से शनि की मूर्ति को स्पर्श न करें। शास्त्रों के मुताबिक शनि देव की मूर्ति को छूने से महिलाओं पर शनि की नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव पड़ता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। IBC 24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)