दिवाली 2022 कहानी: Why is Diwali celebrated : दिवाली का त्योहार हमाने जीवन में नई खुशियां लेकर आता है। इस पर्व पर प्रकाश ही प्रकाश दिखाई देता है। जहां नजर पड़े वहां रंग-बिरंगी लाइट और दीपक दिखाई देते हैं। दीपावली का त्योहार धन प्राप्ति के लिए सर्वोत्तम माना गया है। हर साल कार्तिक माह की अमावस्या के दिन दिवाली का पर्व मनाया जाता है। दीपावली पर्व पर पूजन के तीन स्थिर लग्न मिल रहे हैं। यही नहीं सोमवार दिन, चित्रा नक्षत्र व विष्कुंभ के मिलन से अमृत का संयोग भी बन रहा है, जिसमें पूजन, दान व खरीदारी करने से समृद्धि के द्वार खुलेंगे। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की हर साल दिवाली का त्योहार आखिर क्यों मनाया जाता है। चलिए हम आपको बताते हैं।
1. कार्तिक अमावस्या के दिन भगवान श्री राम चंद्र जी चौदह वर्ष का वनवास काटकर और लंकापति रावण का वध करके आयोध्या लौटे थे। इस दिन भगवान श्री राम चंद्र जी के अयोध्या आगमन की खुशी पर लोगों ने दीप जलाकर उत्सव मनाया था। तभी से दिवाली की शुरुआत हुई।
2. एक अन्य कथा के अनुसार नरकासुर नामक राक्षस ने अपनी असुर शक्तियों से देवता और साधु-संतों को परेशान कर दिया था। इस राक्षस ने साधु-संतों की 16 हजार स्त्रियों को बंदी बना लिया था। नरकासुर के बढ़ते अत्याचारों से परेशान देवता और साधु-संतों ने भगवान श्री कृष्ण से मदद की गुहार लगाई। इसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को नरकासुर का वध कर देवता व संतों को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई, साथ ही 16 हजार स्त्रियों को कैद से मुक्त कराया। इसी खुशी में दूसरे दिन यानि कार्तिक मास की अमावस्या को लोगों ने अपने घरों में दीये जलाए। तभी से नरक चतुर्दशी और दीपावली का त्यौहार मनाया जाने लगा।