Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2024 : विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी पर बना महायोग, इस दिन ऋण एवं दरिद्रता नाश के लिए जपें ये अचूक महामंत्र | Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2024

Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2024 : विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी पर बना महायोग, इस दिन ऋण एवं दरिद्रता नाश के लिए जपें ये अचूक महामंत्र

A great yoga is formed on Vighnaraj Sankashti Chaturthi, on this day chant this infallible mantra to get rid of debt and poverty

Edited By :  
Modified Date: September 18, 2024 / 01:10 PM IST
Published Date: September 18, 2024 1:10 pm IST

Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2024 : गणेश चतुर्थी व्रत भगवान गणेश को समर्पित हैइस दिन गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है। पंचांग के अनुसार हर महीने दो चतुर्थी आती हैं। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। हर महीने पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है, जबकि शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है। आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी (Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2024) के नाम जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करने से सभी विघ्नों से छुटकारा मिलता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।

Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2024 : संकष्टी चतुर्थी व्रत की महिमा
नारद पुराण के अनुसार संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रती को पूरे दिन का उपवास रखना चाहिए। शाम के समय संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत कथा को सुननी चाहिए। संकष्टी चतुर्थी के दिन घर में पूजा करने से नकारात्मक प्रभाव दूर होते हैं । इतना ही नहीं संक। ष्टी चतुर्थी का पूजा से घर में शांति बनी रहती है। घर की सारी परेशानियां दूर होती हैं। गणेश जी भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण करते हैं। इस दिन चंद्रमा को देखना भी शुभ माना जाता है। सूर्योदय से शुरू होने वाला संकष्टी व्रत चंद्र दर्शन के बाद ही समाप्त होता है, साल भर में 12-3 संकष्टी व्रत रखे जाते हैं। हर संकष्टी व्रत की एक अलग कहानी होती है।

कहा जाता है कि संकष्टी चतुर्थी का व्रत नियमानुसार ही संपन्न करना चाहिए, तभी इसका पूरा लाभ मिलता है। इसके अलावा गणपति बप्पा की पूजा करने से यश, धन, वैभव और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2024 : आईये यहाँ करें अचूक महामंत्र का जाप 

॥ ध्यान ॥
ॐ सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम् ।
ब्रह्मादि-देवैः परि-सेव्यमानं सिद्धैर्युतं तं प्रणामि देवम् ॥

॥ मूल-पाठ ॥
सृष्ट्यादौ ब्रह्मणा सम्यक् पूजित: फल-सिद्धए ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥

त्रिपुरस्य वधात् पूर्वं शम्भुना सम्यगर्चित: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥

Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2024

हिरण्य-कश्यप्वादीनां वधार्थे विष्णुनार्चित: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥

महिषस्य वधे देव्या गण-नाथ: प्रपुजित: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥

तारकस्य वधात् पूर्वं कुमारेण प्रपूजित: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥

भास्करेण गणेशो हि पूजितश्छवि-सिद्धए ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥

Vighnaraja Sankashti Chaturthi 2024

शशिना कान्ति-वृद्धयर्थं पूजितो गण-नायक: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥

पालनाय च तपसां विश्वामित्रेण पूजित: ।
सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे ॥

इदं त्वृण-हर-स्तोत्रं तीव्र-दारिद्र्य-नाशनं,
एक-वारं पठेन्नित्यं वर्षमेकं सामहित: ।
दारिद्र्यं दारुणं त्यक्त्वा कुबेर-समतां व्रजेत् ॥

Read more : यहां पढ़ें 

Shri Pitru Chalisa : पितरों के विशेष आशीष एवं जीवन में सुख शांति के लिए श्रद्धानत होकर ज़रूर करें पितर चालीसा का पाठ, वो सदैव रहेंगे हमारी सहायता के लिए तत्पर।

Shree Ganpati Atharvasheersham lyrics : गणपति अथर्वशीर्ष के इस चमत्कारी स्तोत्र से बेवजह आने वाली रूकावटें होंगी दूर, बढ़ेगा मनोबल और आत्मविश्वास

Vinayak ki Adbhut Kheer : एक चम्मच दूध और एक चुटकी चावल लेकर गणेश जी गए खीर बनवाने,, यहां पढ़ें गणेश जी की खीर वाली दिलचस्प कहानी

Shree Panchratna Ganpati Stotra : बड़ी से बड़ी बीमारी को देता है पछाड़, बाप्पा की असीम कृपा पाने के लिए निरंतर शुद्ध एवं एकाग्र मन से करें श्री पंचरत्न गणपति स्तोत्र का पाठ

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें
IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
Follow the IBC24 News channel on WhatsApp

 
Flowers