नई दिल्ली : Kaal Sarp Dosh: कालसर्प योग कुंडली में ग्रहों की एक प्रकार की स्थिति है, जो किसी की भी कुंडली में संभव है। ज्योतिष में कालसर्प योग के दोषों को दूर करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। इसमें सबसे सरल उपाय है शिवजी को प्रसन्न करना। शिवजी सर्प को धारण करते हैं, इसलिए भोलेनाथ की आराधना करके उन्हें प्रसन्न करने से नागराज भी स्वाभाविक रूप से प्रसन्न होते हैं।
यह भी पढ़ें : कॉमेडियन कपिल शर्मा फिल्म ‘द क्रू’ में आएंगे नजर, सोशल मीडिया पर दी जानकारी
Kaal Sarp Dosh: हिंदू धर्म में सावन का महीना एक ऐसे माह माना जाता है, जब शिवजी पृथ्वी लोक में विचरण करते हैं। ऐसे में कालसर्प योग से प्रभावित लोगों को सावन के महीने में कुछ सटीक उपाय करने चाहिए, ताकि शिवजी के माध्यम से सर्प को प्रसन्न कर दोषों का निवारण किया जा सके। इस बार 4 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है, इसलिए इन उपायों को ध्यान से पढ़ें और सावन में उनका उपयोग कर कालसर्प का निदान करें।
घर की चौखट या मुख्य द्वार पर चांदी का स्वास्तिक बनाकर लगाएं। आप जानते ही हैं स्वास्तिक गणेश जी का प्रतीक चिह्न है और गणेश जी शिवजी के पुत्र होने के साथ ही उनके प्रिय भी हैं। इस तरह गणपति के माध्यम से आप शिवजी और सर्प को प्रसन्न कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें : गीता प्रेस को लेकर जयराम रमेश का ट्वीट, पर्यटन और संस्कृति मंत्री ने साधा निशाना
Kaal Sarp Dosh: सावन में घर पर रुद्राभिषेक कराने से भी लाभ होता है। घर में मोर पंख रखें और प्रातः उठकर तथा रात में सोने से पहले भगवान शिव और कृष्ण जी का ध्यान कर मोरपंख को देखा करें। शिव उपासना एवं लगातार रुद्रसूक्त से अभिमंत्रित जल से स्नान करने पर यह योग शिथिल हो जाता है। जो लोग व्रत आदि रख सकते हैं, उनके लिए तो और भी अच्छा होगा. शिवलिंग पर तांबे का सर्प चढ़ाने से भी सर्प प्रसन्न होता है। चांदी के सर्प के जोड़े को बहते हुए पानी में छोड़ दें, इससे भी काल सर्प योग में चमत्कारिक लाभ होता है।