साल 2022 में कब-कब लग रहा ‘सूर्य ग्रहण’ और ‘चंद्र ग्रहण’.. जानिए तारीख और क्या पड़ेगा प्रभाव

साल 2022 का पहला सूर्य ग्रह.. इस तारीख को.. नोट कर लें समय

  •  
  • Publish Date - January 23, 2022 / 01:16 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:15 PM IST

Solar Eclipse 2022 Date: साल 2022 में दो सूर्य ग्रहण लगने वाले हैं। पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल 2022 को लगेगा, वहीं दूसरा सूर्य ग्रहण साल के अंत में 25 अक्टूबर 2022 को लगेगा। साल का पहला सूर्य ग्रहण आंशिक माना जा रहा है जो दक्षिण अमेरिका के दक्षिण-पश्चिमी भाग, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका में दिखेगा। ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए भारत में इस सूर्य ग्रहण का धार्मिक प्रभाव और सूतक मान्य नहीं होगा।

पढ़ें- दिल्ली और वाराणसी के बीच ‘दिव्य काशी यात्रा’ ट्रेन चलाई जाएगी, भारतीय रेल का ऐलान

चंद्र ग्रहण की तारीख व समय
साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण 16 मई 2022 को लगेगा। ग्रहण के समय की बात करें तो भारतीय समय के अनुसार यह सोमवार को सुबह 08:59 बजे से 10:23 बजे तक रहेगा।

पढ़ें- रेल यात्री दें ध्यान: 1 हजार से ज्‍यादा ट्रेनें रद्द, सफर पर निकलने से पहले ऐसे चेक करें अपनी ट्रेन

साल का पहला चंद्र ग्रहण दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप, दक्षिणी-पश्चिमी एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका के अधिकांश हिस्सों, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका में भी दिखाई देगा। चूंकि भारत में इस चंद्र ग्रहण की दृश्यता शून्य होगी, इसलिए यहां इसका सूतक काल प्रभावी नहीं होगा।

पढ़ें- मायावती ने प्रियंका गांधी पर साधा निशाना, कांग्रेस को ‘वोटकटवा’ पार्टी बताया

साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल 2022 को रात 00:15:19 से 04:07:56 तक लगेगा। ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए भारत में इस सूर्य ग्रहण का धार्मिक प्रभाव और सूतक मान्य नहीं होगा। इस ग्रहण को दक्षिण अमेरिका के दक्षिण-पश्चिमी भाग, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका में देखा जा सकेगा।

पढ़ें- ‘कोहली से कप्तानी छुड़वाई गई.. खुद ने नहीं छोड़ी’.. पाकिस्तानी दिग्गज खिलाड़ी ने दिया बयान.. वीडियो वायरल

दूसरे सूर्य ग्रहण की तारीख व समय ये ग्रहण यूरोप, अफ्रीका महाद्वीप के उत्तरपूर्वी भाग, एशिया के दक्षिण-पश्चिमी भाग और अटलांटिक में देखा जा सकेगा। यह सूर्य ग्रहण भारत में कुछ जगहों पर देखा जा सकेगा इसलिए भारत में इस सूर्य ग्रहण का धार्मिक प्रभाव और सूतक मान्य होगा।