Swami Rambhadracharya’s statement on caste reservation : जबलपुर। गुरूवार को तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी स्वामी रामभद्राचार्य का जबलपुर में आगमन हुआ। जहां उन्होंने बयान देते हुए कहा कि कुर्सी के भेड़ियों ने समाज में विरसता का बीज बोया है। भारत में कुर्सी समरसता पहले से थी लेकिन कुर्सी के भेड़ियों ने विरसता लाई।
Swami Rambhadracharya’s statement on caste reservation : पहले देश में जाति वर्ण था जातिवाद नहीं था। जातिवाद के आधार पर किसने झगड़े करवाए। आजादी के बाद जाति आधारित आरक्षण ना होता तो देश में कोई झगड़ा ही न होता। साथ ही कहा कि देश के प्रथम पीएम जवाहर लाल नेहरू की महत्वाकांक्षा ने भारत का विभाजन करवाया। मजहब के आधार पर विभाजन हुआ है। हमने तो समरसता बरती।
Swami Rambhadracharya’s statement on caste reservation : भारत में रहना है तो रघुवर और यदुवर के बनकर रहो। भारत में बाबर के बनकर रहोगे तो यह नहीं होगा। स्वामी जी ने आगें कहा कि आज आरक्षण आर्थिक आधार पर होना चाहिए। जाति के आधार पर आरक्षण न हो। प्रतिभा की हत्या ना हो।