नई दिल्ली : Surya Grahan 2023 : आश्विन कृष्ण अमावस्या 14 अक्टूबर, शनिवार अर्थात जिस दिन पितर पृथ्वी लोक में 16 दिनों तक रुकने और अपने बंधु-बांधवों को आशीर्वाद देने के बाद पितृ लोक को वापस जाएंगे, उसी दिन रात्रि के समय में सूर्य ग्रहण भी पड़ेगा। संतुष्टि की बात यह है कि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। फिर भी जिन देशों में यह ग्रहण दिखेगा, वहां के लोगों को सावधान रहना होगा।
Surya Grahan 2023 : यह ग्रहण वर्ष 2023 का अंतिम सूर्य ग्रहण होगा। निर्णय सागर पंचांग के अनुसार, यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए भारत में रहने वालों को ग्रहण से संबंधित वेध, सूतक, स्नान, दान पुण्य कर्म, यम नियम आदि का पालन नहीं करना होगा। इसे कंकण खंडग्रास सूर्य ग्रहण कहा जाएगा और यह उत्तरी व दक्षिणी अमेरिका, पश्चिमी ग्रीनलैंड आदि में दिखेगा। इन देशों में रहने वाले लोगों को तो सूर्य ग्रहण को लेकर अलर्ट ही रहना होगा। आज फलित ज्योतिष को मानने वाले सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व में फैले हुए हैं। इन लोगों के लिए तो भारत में न दिखने वाला ग्रहण भी महत्वपूर्ण हो सकता है क्योंकि कुछ देशों में दिख ही रहा है।
भारतीय समयानुसार यह कंकण खंडग्रास सूर्यग्रहण का स्पर्श रात्रि 09:40 बजे होगा और 01:19 बजे ग्रहण से सूर्य को मोक्ष प्राप्त होगा। नियमतः सूर्यग्रहण में 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है।
Surya Grahan 2023 : ग्रहण काल को लेकर कभी भी भयभीत नहीं होना चाहिए। विद्वान तो इसे सिद्धकाल की संज्ञा देते हैं। इस समय में केवल हरिनाम का जाप करना चाहिए। वही सफलता मार्ग खोलते हैं।
यदि ग्रहण के दौरान कोई उन देशों की यात्रा का प्लान कर रहा है, जहां पर यह ग्रहण दिखने वाला है तो यात्रा करना ठीक नहीं होता है। ऐसे में यात्रा को एक दिन बाद के लिए प्लान करना उचित रहेगा और यदि यात्रा करनी ही पड़े तो इस दौरान हरि नाम का जाप करते रहें।
Labh Panchami : लाभ पंचमी के दिन पूजा अर्चना के…
9 hours agoShukra gochar: 7 नवंबर को धनु में होगा शुक्र का…
16 hours ago