नई दिल्ली: अखंड सौभाग्यवती होने के लिए शदीशुदा महिलाएं करवा चौथ का व्रत रखतीं हैं। ये व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि शादीशुदा महिलाएं जब ये व्रत रखतीं हैं तो उनके पति की उम्र लंबी हो जाती है और वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।
इस बार करवा चौथ व्रत रविवार को पड़ रहा है. हिंदू धर्म में रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित होता है। रविवार के दिन व्रत रखने से सूर्यदेव अति प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर विशेष कृपा बरसते है। चूंकि रविवार के दिन करवा चौथ का व्रत रखा जायेगा. इससे व्रती को भगवान सूर्य की कृपा प्राप्त होगी। धार्मिक मान्यता है कि सूर्य की कृपा से भक्त को दीर्घायु की प्रति होती है और वह आरोग्यता को प्राप्त करता है। करवा चौथ व्रत भी दीर्घायु के लिए रखा जाता हैं ऐसे में रविवार के दिन करवा चौथ व्रत का महत्व बहुत अधिक बढ़ जाता है। यही नहीं इस बार करवा चौथ व्रत की पूजा रोहिणी नक्षत्र में होगी। ऐसे में रविवार का दिन और रोहिणी नक्षत्र होने की वजह व्रती महिलाओं को सूर्यदेव का असीम आशीर्वाद प्राप्त होगा।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि 24 अक्टूबर 2021, रविवार सुबह 3 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी। यह तिथि अगले दिन 25 अक्टूबर को सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर समाप्त होगी। करवा चौथ के दिन चांद निकलने का समय 8 बजकर 11 मिनट पर है। पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 24 अक्टूबर 2021 को शाम 06:55 से लेकर 08:51 तक रहेगा।