नई दिल्ली। Sarvapitri Amavasya2022: आज पितृ पक्ष में श्राद्ध करने का अखिरी दिन है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन सभी लोगों को अनिवार्य रूप से पितरों की श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करना चाहिए। ऐसा करने से पूरे साल पितरों का आशीर्वाद बना रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आज के दिन ज्ञात और अज्ञात सभी पितरों का श्राद्ध करना चाहिए। जिन लोगों को अपने पितरों की मृत्यु तिथि याद नहीं है, तो उन्हें आज सर्वपितृ अमावस्या के दिन श्राद्ध जरूर करना चाहिए। माना जाता है कि इस दिन श्राद्ध करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है और पितरों का आशीर्वाद भी मिलता है।
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Sarvapitri Amavasya 2022: हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार, आज सर्वपितृ अमावस्या के दिन बिल्कुल भी लहसुन, प्याज, अंडा, मांस, मछली, या फिर मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा कुलथी, मसूर की दाल और अलसी के सेवन से बचना चाहिए। माना जाता है कि इन चीजों के सेवन से पितर नाराज हो जाते है।
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Sarvapitri Amavasya 2022: पितृ पक्ष के अंतिम दिन यानी आज सर्वपितृ अमावस्या को घर से किसी को भी बिना कुछ दिए वापस न भेजें। अगर कोई गरीब ब्राहमण, जरूरतमंद, निर्बल, असहाय, वृद्धि,महिला आदि कुछ मांग रहा है तो उसे अपनी क्षमता के अनुसार कुछ न कुछ जरूर दें। कहते है कि ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। IBC 24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)