Sheetla Saptami 2024: हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि को शीतला सप्तमी का व्रत रखा जाता है। हर साल की तरह होली के सात दिन बात शीतला सप्तमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार शीतला सप्तमी का त्योहार 1 अप्रैल यानी आज मनाया जा रहा है। कहा जाता है कि इनकी उपासना से आरोग्य का वरदान भी प्राप्त होता है।जिसे शीतला सप्तमी या बसौड़ा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन माता शीतला की पूजा की जाती है। सनातन धर्म में माता शीतला को सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है।
पूजा विधि
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद माता शीतला के मंदिर जाकर जल अर्पित करना चाहिए। इसके बाद माता शीतला की विधिवत पूजा करके देवी को लाल रंग के फूल अर्पित करें और धूप दीप दिखाकर श्रीफल व चने का दाल चढ़ाएं। इसके बाद बासी खाने का भोग लगाना चाहिए। इसके साथ ही माता शीतला को गुड़ से बनी सामग्री और मीठे चावल का भोग भी लगा सकते हैं।
व्रत के नियम
शीतला माता को चढ़ाए जाने वाले चने की दाल को एक दिन पहले रात को ही पानी में भिगोकर रख दें। ध्यान रखें की शीतला माता को हमेशा ठंडा प्रसाद चढ़ाया जाता है, इसलिए प्रसाद एक रात पहले ही तैयार कर लेना चाहिए। पूजा विधि समाप्त होने के बाद शीतला माता की कथा जरूर सुननी चाहिए।
व्रत के लाभ
शीतला सप्तमी का व्रत रखने से परिवार में सभी सदस्यों से चेचक, बुखार, फोड़े-फुंसी और आंखों से जुड़ी बीमारियों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही शादी शुदा महिलाएं भी आज के व्रत रखकर शीतला माता से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त कर सकती हैं और बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए माताएं आज के दिन शीतला माता व्रत जरूर रखती हैं।