Shanidev Ki Krapaa Drashti Or Poojan, Sade Sati and Dhaiya

शनिवार का इन तीन ग्रहों पर बन रहा शुभ संयोग, प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय, इस मंत्र का जाप करने से होंगे सभी कष्ट दूर

Shanidev Ki Krapaa Drashti Or Poojan :शनिदेव जी शिवजी के ​प्रिय शिष्यों में से एक माने जाते है। फलदाता शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है।

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Modified Date: November 29, 2022 / 04:37 AM IST
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Published Date: November 26, 2022 11:21 am IST

नई दिल्ली। Shanidev Ki Krapaa Drashti Or Poojan : शनिवार का दिन शनिदेव की पूजा के लिए समर्पित होता है। इस दिन शनिदेव और हनुमानजी की उपासना करने वाले प्राणी के सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं। शनि की ढैया या साढ़ेसाती से प्रभावित लोगों के कष्ट भी इनकी कृपा से दूर हो जाते हैं। शास्त्रों में शनिदेव को न्याय का देवता और दंडाधिकारी कहा गया है। प्रत्येक प्राणी को ये उनके कर्मों के हिसाब से अच्छा या बुरा फल देते हैं। शनिवार का दिन शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे उत्तम दिन माना गया है। इस दिन कुछ सरल उपाय करके आप शनिदेव की कृपा पा सकते हैं।

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Shanidev Ki Krapaa Drashti Or Poojan : शनिदेव जी शिवजी के ​प्रिय शिष्यों में से एक माने जाते है। कर्म फलदाता शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। वह इंसान को अच्छे और बुरे कर्मों के हिसाब से फल प्रदान करते हैं। ऐसे में लोग उनकी नकारात्मक दृष्टि का शिकार न हो जाएं, इसलिए विभिन्न उपाय करते हैं। इन उपायों को करने का सबसे अच्छा दिन शनिवार माना जाता है, क्योंकि ये दिन शनिदेव का होता है। इस बार शनिवार को तीन ग्रह शुभ संयोग बना रहे हैं, इसलिए 26 नवंबर का दिन बेहद खास हो जाता है।

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शुभ संयोग

Shanidev Ki Krapaa Drashti Or Poojan : शनिवार शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे शुभ दिन माना जाता है। इस दिन शनिदेव की पूजा करने से वह जल्द प्रसन्न होते हैं और शुभ फल प्रदान करते हैं। इस बार यानी कि 26 नवंबर को शनिवार के दिन मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन चंद्रमा, वृश्चिक और सूर्य शुभ संयोग बना रहे हैं। वहीं शनिवार के दिन शनिदेव को काली वस्तु ज्यादा पसंद होती है। इस दिन उनके नाम से सरसों के तेज का दीपक जलाना भी ​शुभ माना जाता है।

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तीन ग्रहों पर प्रभाव

Shanidev Ki Krapaa Drashti Or Poojan : 26 नवंबर को वृश्चिक राशि में तीन ग्रहों की युति बनेगी। इसमें सूर्य, बुध और शुक्र ग्रह मौजूद रहेंगे। शनि को मकर राशि का स्वामी माना जाता है। 26 नवंबर को शनि अपनी ही राशि में विराजमान रहेंगे और यह शुभ माना जाता है। ऐसे में शनिदेव की कृपा आसानी से प्राप्त की जा सकती है।

 

साढ़ेसाती और ढैय्या

इस समय पांच राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है। धनु, मकर व कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती और मिथुन व तुला राशि पर ढैय्या चल रही है। ऐसे में अगर ये लोग 26 नवंबर को शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना करें तो विशेष फल की प्राप्ति होगी। वहीं इसी दिन शनिदेव के लिए काली तिल, उडद की दाल, काला वस्त्र का भी दान किया जाता है। माना जाता है कि यह सब दान करने से कष्टों का निवारण होता है। प्रसाद के ​रूप में भगवान को काली तिल लड्डू का भोग लगाते है।

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शनिदेव का पूजन

शनि मंदिर में शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं, इसके साथ ही शनि चालीसा और शनि मंत्रों का जाप करें। शनि से जुड़ी चीजों का दान करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। जरूरतमंदों को दान करें और कुष्ट रोगियों की सेवा करें। शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन उनके नाम का उपवास भी रख सकते है। इस दिन काले वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। इतना ही नहीं शनिदेव को कपूर जलाकर उनकी आरती करने से दुखों का नाश होता है।

 

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