आज है सावन का पहला शनि प्रदोष व्रत, बन रहा है बेहद शुभ योग, व्यापार और नौकरी में होगा लाभ

आज है सावन का पहला शनि प्रदोष व्रत, बन रहा है बेहद शुभ योग! Shani Pradosh Vrat will rain money today

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  • Publish Date - July 15, 2023 / 10:54 AM IST,
    Updated On - July 15, 2023 / 10:54 AM IST

नई दिल्ली। Shani Pradosh Vrat will rain money today आज सावन का दूसरा शनिवार है और आज सावन का पहला शनि प्रदोष व्रत भी है। वैसे तो हर महीने दो प्रदोष व्रत बढ़ते है। आज यानी 15 जुलाई को प्रदोष व्रत पर शुभ संयोग बनने जा रहा है और मासिक शिवरात्रि भी है। सावन मास में पड़ने वाले प्रदोष व्रत का बहुत महत्व होता है। सावन व प्रदोष व्रत दोनों ही भोलेनाथ को अतिप्रिय है। इस बार प्रदोष व्रत के साथ साथ सावन शिवरात्रि का योग है साथ ही इस दिन शनिवार होने के कारण इसे शनि प्रदोष व्रत के नाम से भी जाना जाएगा। आइए जानते हैं क्या है इस शनि प्रदोष का महत्व..

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Shani Pradosh Vrat will rain money today दरअसल, आज यानी शनि प्रदोष व्रत के दिन सुबह पीपल वृक्ष पर जल अर्पित करें और पांच तरह के मिषठान का भोग लगाएं। शाम को पांच तेल के दीपक लगाएं और 7 बार पीपल की परिक्रमा करें। मान्यता है इससे शनि दोष के कारण नौकरी में आ रही बाधाएं दूर होंगी। वहीं आज अपने घर के प्रवेश द्वार पर घोड़े की नाल लगाएं। ऐसा करने से कारोबार में तरक्की और उन्नति होती है। घर में सुख और समृद्धि का आगमन होता है।

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*शास्त्रों के अनुसार शनि प्रदोष व्रत करने से संतान की प्राप्ति होती है।

*मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। नौकरी की प्राप्ति तथा पदोन्नति की स्थिति बनती है। व्यापार में वृद्धि का योग बनता है।

*अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है।

*जन्म कुंडली मे चंद्रमा से संबंधित सभी प्रकार का दोष दूर होता है।

*मानसिक बेचैनी खत्म होता है।

*दरिद्रता का नाश होता है।

*शनि की शुभ कृपा प्राप्ति से साढ़ेसाती , ढैया आदि के नकारात्मक प्रभाव से मुक्ति मिलती है।
लंबी आयु की प्राप्ति होती है तथा भगवान शिव माता पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त होता है।

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शनि प्रदोष व्रत 2023 शुभ मुहूर्त-

हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन कृष्ण त्रयोदशी 14 जुलाई को रात 07 बजकर 17 मिनट से शुरू होगी और 15 जुलाई को रात 08 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी। प्रदोष काल 15 जुलाई को मान्य होगा।

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शनि प्रदोष व्रत का महत्व-

शास्त्रों के अनुसार, शनि प्रदोष व्रत करने से मनुष्य को लंबी आयु के साथ सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। भगवान शिव के साथ शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत करने से भक्त के सभी दुख दूर हो जाते हैं और अंत में वह सभी सुखों को भोगकर मोक्ष प्राप्त करता है।

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