नई दिल्ली। Sawan Purnima Vrat 2024 : सावन को हिंदू धर्म का सबसे पवित्र महीना माना जाता है और यह भगवान शिव का सबसे प्रिय मास होता है। वहीं सावन महीने की पूर्णिमा तिथि को श्रावण पूर्णिमा भी कहते हैं। इस तिथि का धार्मिक दृष्टिकोण से काफी महत्व है। सावन पूर्णिमा के दिन ही भाई-बहन के प्रेम और अटूट बंधन का प्रतीक त्योहार रक्षाबंधन मनाया जाता है। साथ ही इस वर्ष सावन पूर्णिमा के दिन ही सावन के आखिरी सोमवार का व्रत भी रखा जाएगा।
Sawan Purnima Vrat 2024 : हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन पूर्णिमा यानी 19 अगस्त के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:04 से 12:55 तक रहेगा। वहीं, स्नान-दान के लिए ब्रह्म मुहूर्त प्रात काल 4:32 से 5:20 तक रहेगा।
सावन पूर्णिमा के दिन भगवान शिव, चंद्र देव, श्रीहरि विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है। कुछ लोग पूर्णिमा पर सत्यनारायण पूजा भी करते हैं। इस दिन जल्दी उठकर स्नान करें और पूजा सामग्रियों जैसे बेलपत्र, धूप, दीप, शुद्ध जल, फूल, मिठाई, फल आदि एकत्रित कर लें।
इसके बाद शिवजी को बेलपत्र, फूल फल आदि चढ़ाकर पूजा करें और धूप-दीप करें। इसके बाद मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का एक साथ पूजन करें। फूल, कौड़ी, पीले फल आदि चढ़ाकर विधिवत पूजन करें। सावन पूर्णिमा पर रात्रि में चंद्रोदय के बाद चंद्र देव को अर्घ्य देकर पूजा करें और ऊं सों सोमाय नम: मंत्र का जाप करें।
सावन पूर्णिमा के दिन प्रातः काल उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करना चाहिए।
स्नान के बाद देवी-देवताओं की आराधना करना चाहिए और जरूरतमंद लोगों को दान देना चाहिए।
दान जैसे कार्यों को करने से कुंडली में कमजोर ग्रहों की स्थिति मजबूत होती है और देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है।
सावन पूर्णिमा के दिन धन, वस्त्र और अनाज आदि का दान किया जा सकता है। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
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