Sawan Last Somvar Upay : सनातन धर्म में सावन का माह बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. बीते 22 जुलाई से सावन महीने की शुरुआत हुई थी और 19 अगस्त को सावन माह का समापन होगा. इतना ही नहीं कई वर्षों बाद सावन महीने में कई अद्भुत सयोग भी देखने को मिलेगा। सावन माह की शुरुआत सोमवार के दिन से हुई तो समापन भी सोमवार के दिन ही होगा। धार्मिक मान्यता के मुताबिक सावन का महीना भगवान भोले को बहुत प्रिय माना जाता है और इस महीने शिव भक्त महादेव की शिवलिंग पर जलाभिषेक भी करते हैं। वहीं इस बार सावन का आखिरी सोमवार बेहद खास होने वाला है। सावन के अंतिम सोमवार पर लगभग 90 वर्ष बाद ऐसा दुर्लभ संयोग आया है। इस दिन किए गए उपायों से भगवान शिव मनोकामना पूर्ति करते हैं।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्। यह एक वैदिक मंत्र है। इसके जाप से कैसा भी असाध्य रोग क्यों ना हो। उस रोग का नाश भी भोलेनाथ कर देते हैं।
भगवान शिव को बेलपत्र बहुत ही प्रिय होता है। ऐसे में सावन के महीने में भगवान शिव की विशेष कृपा पाने के लिए शिवलिंग पर बेलपत्र जरूर अर्पित करें।
सावन के आखिरी सोमवार पर भोलेनाथ का अभिषेक जरूर करें। जल से अभिषेक के बाद शिवलिंग पर चंदन, अक्षत, बिल्व पत्र, धतूरा, दूध और गंगाजल चढ़ाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शंकर जल्द प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं.। सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर गाय का कच्चा दूध चढ़ाना भी बहुत लाभदायक माना जाता है।
भगवान शिव को घी, शक्कर, गेंहू के आटे से बने प्रसाद का भोग लगाएं, ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है। भोग के बाद धूप और दीप जलाकर भोलेनाथ की आरती करें और प्रसाद का वितरण करें। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
5वें सोमवार के दिन निर्धन या जरूरतमंद लोगों की जितना हो सके मदद करनी चाहिए। इस दिन सफेद रंग की खाद्य सामग्री दान करना बहुत अच्छा माना जाता है।