Kab hai Saphala Ekadashi

Saphala Ekadashi 2024: कब है सफला एकादशी, जानिए व्रत का शुभ मुहूर्त और महत्व

Saphala Ekadashi 2024: कब है सफला एकादशी, जानिए व्रत का शुभ मुहूर्त और महत्व Kab hai Saphala Ekadashi, muhurt or puja vidhi

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Modified Date: January 4, 2024 / 05:19 PM IST
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Published Date: January 4, 2024 5:19 pm IST

Saphala Ekadashi 2024: साल 2024 की शुरुआत हो गई है। हिंदू धर्म में साल के शुरू होने से लेकर साल के अंत तक कई व्रत, तीज और त्योहार पड़ते हैं। हिंदू धर्म के उन्हीं महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है सफला एकादशी का व्रत। इस बार सफला एकादशी का व्रत 2024 में 7 जनवरी को पड़ रहा हैं। अगर आप भी किसी कार्य में सफलता पाना चाहते हैं तो ये व्रत जरूर रखे, इससे भगवान श्री हरि आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी करेंगे और यदि व्रत रखने जा रहे हैं तो एक बार शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि के बारे में अवश्य जान लें

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कब है सफला एकादशी

सफला एकादशी पौष मास की पहली एकादशी है और इस दिन पवित्र नदी में स्‍नान के साथ ही भगवान विष्‍णु की पूजा का खास महत्‍व शास्‍त्रों में बताया गया है। हिंदू पंचाग के अनुसार, एकादशी तिथि का आरंभ 6 जनवरी को रात 12 बजे के बाद 7 जनवरी की तिथि में 12 बजकर 41 मिनट पर होगा। इसका समापन 7 जनवरी की रात को 12 बजे के बाद 8 जनवरी की तिथि में 12 बजकर 46 मिनट पर होगा। यानी कि उदया तिथि के नियमानुसार सफला एकादशी का व्रत 7 जनवरी को रखा जाएगा।

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सफला एकादशी शुभ मुहूर्त

सफला एकादशी की पूजा का शुभ मुहूर्त 7 जनवरी को सुबह 8 बजकर 33 मिनट से दोपहर में 12 बजकर 27 मिनट तक है। एकादशी के दिन रात्रि जागरण करने से विशेष लाभ होता है।

सफला एकादशी व्रत का महत्व 

कहा जाता है, कि सबसे पहले सफला एकादशी का व्रत एक राज्य के राजा के बेटे ने घर से निष्कासित होने पर मजबूरी में जंगल के अंदर पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर भूखा प्यासा रहकर सिर्फ फलों से किया था। फिर भगवान की कुछ ऐसी कृपा हुई कि राज्य से निष्कासित राजा के बेटे की राज्य की कामना ही पूरी हो गई और वह राज्य का राजा बन गया। तभी से यह व्रत पूरे भारतवर्ष में सफलता और फल की इच्छा से किया जाता है।

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