Radhashtami 2024 : सनातन धर्म में भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि श्री राधाष्टमी के नाम से प्रसिद्ध है। शास्त्रों में इस तिथि को श्री राधाजी का प्राकट्य दिवस माना गया है। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी (Radha Ashtami 2024 Puja Time) तिथि 10 सितंबर को रात 11 बजकर 11 मिनट पर शुरू होगी और 11 सितंबर को रात 11 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में सूर्योदय से तिथि की गणना की जाती है। ऐसे में 11 सितंबर को राधा अष्टमी (Radha Ashtami 2024 Shubh Muhurat) मनाई जाएगी।
Radhashtami 2024 : बुधवार ११ सितम्बर को राधा अष्टमी मनाई जायेगी । राधा अष्टमी पर हज़ार के सामान फल देने वाले राधा रानी के सोलह नाम आवश्य पढ़ें। ब्रम्हवैवर्तपुराण के कृष्णजन्मखण्ड, अध्याय 17 में राधा रानी के सोलह नामों का एक श्लोक वर्णित है। श्री राधा के इन सोलह नामों का रहस्य और अर्थ भगवन नारायण ने नारद जी बताया था, जो इस प्रकार है :
राधा
राधेश्वरी
रसवासिनी
रसिकेश्वरी
कृष्णप्राणाधिका
कृष्णप्रिया
Radhashtami 2024
कृष्णस्वरूपिणी
कृष्णवामाजसम्भूता
परमानन्दरूपिणी
कृष्णा
वृन्दावनी
वृंदा
Radhashtami 2024
वृन्दावनविनोदिनी
चन्द्रावली
चंद्रकांता
शरच्चन्द्रप्रभावनना
Radhashtami 2024 : ये सारभूत सोलह नाम उन सहस्त्र नामों के ही अंतर्गत हैं । तीनों संध्याओं के समय इस सोलह नाम स्तोत्र के पाठ से मनुष्य को सभी अभिलाषित पदार्थ और सिद्धियों की प्राप्ति हो जाती है । षोडश नाम स्तोत्र का पाठ मनुष्य को श्रीकृष्ण का – सा तेज, शिव के सामान औढरदानीपन (दानशक्ति), योगशक्ति और उनकी स्मृति प्रदान करता है।
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