Hariyali Amavasya 2022: सावन मास में पड़ने वाली अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है। हर माह में कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि को अमावस्या के नाम से जाना जाता है। सावन हरियाली और उत्साह का महीना माना जाता है। इसलिए इस महीने की अमावस्या पर प्रकृति के करीब आने के लिए पौधारोपण किया जाता है।
सावन माह शिवजी को विशेष प्रिय है। लेकिन इस महीने कई तीज-त्योहार आते हैं। इसलिए भगवान शिव के साथ देवी पार्वती की पूजा का भी बहुत महत्व है। अमावस्या पर भगवान शिव-पार्वती की पूजा करने से अखंड सौभाग्य और समृद्धि मिलती है। इसके साथ ही हर तरह के रोग भी खत्म हो जाते हैं। अमावस्या पर पूजा में ॐ उमामहेश्वराय नम: मंत्र का जाप करें। देवी पार्वती को सुहाग का सामान चढ़ाएं और शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाएं।
Hariyali Amavasya 2022: वैसे तो पौधे कभी भी लगाए जा सकते हैं, लेकिन हरियाली अमावस्या का अपना ही महत्व होता है। इसलिए कहा जाता है, कि अगर कोई इस दिन अपनी राशि के अनुसार पौधे लगाए तो उसके सारे दु:ख-दर्द दूर हो जाते हैं। साथ ही सुख-समृद्धि और अच्छी सेहत का आशीर्वाद मिलता है। मानव कल्याण का पुण्य फल भी प्राप्त होता है। इसलिए भी यह दिन विशेष माना गया है। भारतीय संस्कृति में पुरातन काल से ही इस दिन पौधे रोपे जाने की परंपरा चली आ रही है। ग्रह और व्यक्ति की राशियों के बीच गहरा संबंध होता है। इसलिए हरियाली अमावस्या के दिन अपनी राशि के अनुसार पौधे रोपने से व्यक्ति की परेशानियां दूर हो जाती हैं।
अगर आप भी पौधे लगाने के बारे में विचार कर रहे हैं तो अपनी राशि के अनुसार पौधे लगाएं। इसमें मेष राशि वाले जातक आंवला, वृष राशि के जातक जामुन, मिथुन राशि के जातक चंपा, कर्क राशि के जातक पीपल सिंह राशि के जातक वट वृक्ष और अशोक, कन्या राशि के जातक जूही और बेलपत्र, तुला राशि के जातक अर्जुन और नागकेसर, वृश्चिक राशि के जातक नीम, धनु राशि के जातक अर्कवृक्ष, मकर राशि के जातक नारियल, कुंभ राशि के जातक आम और कदंब वहीं मीन राशि वाले जातक बेर का पौधा लगाएं।
आज के दिन पौधारोपण करने से ग्रह दोष शांत होते हैं। अमावस्या तिथि का संबंध पितरों से भी माना जाता है। कहा जाता है कि हरियाली अमावस्या के दिन पौधारोपण से पितर भी तृप्त होते हैं, मतलब इस दिन पौधे लगाने से प्रकृति और पितर दोनों ही संतुष्ट होकर मनुष्य को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इसलिए इस दिन एक पौधा लगाना शुभ माना जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि एक 1 पेड़ 10 पुत्रों के समान होता है। पेड़ लगाने के सुख बहुत होते हैं और पुण्य उससे भी अधिक। वृक्षों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने हेतु परिवार के प्रति व्यक्ति को हरियाली अमावस्या पर एक-एक पौधा रोपण करना चाहिए।