Nag Panchami Puja Vidhi: हिंदू धर्म में हर दिन, तिथि, ग्रह, नक्षत्र, देवी-देवता और तीज-त्योहारों का खास महत्व होता है। ग्रहों के परिवर्तन से सभी राशियों पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अभी सावन का पवित्र महीना चल रहा है। हिंदू धर्म में देवी देवताओं के साथ-साथ नाग, गंधर्व, नदी, पेड़ पौधों की भी पूजा की जाती है। सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है और इस दिन भगवान शिव के साथ नाग देवता की पूजा की जाती है। इस बार नाग पंचमी का त्योहार 9 अगस्त शुक्रवार को मनाया जाएगा।
नाग पंचमी मुहूर्त (Nag Panchami Subh Muhurt)
नाग पंचमी को सुबह 6 बजकर 1 मिनट से लेकर 8 बजकर 37 मिनट तक सबसे उत्तम मुहूर्त है। इस बार नाग पंचमी पर कई योग बनने वाले हैं। इस दिन शिववास योग, सिद्ध योग, साध्य योग, बव और बालव, करण योग शामिल है। इस बार नाग पंचमी हस्त नक्षत्र के शुभ संयोग में मनाई जाएगी। कहते हैं इस दिन नागराज को प्रसन्न करने सो वो जीवन में आ रहे कष्टों को दूर करते हैं साथ ही इस दिन किए उपाय से कालसर्प दोष से भी मुक्ति मिलेगी।
नाग पंचमी पूजा विधि
(यह लेख केवल धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। IBC24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।)