वैशाख माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली चतुर्दशी तिथि सोमवार 6 मई, को दोपहर के 2 बजकर 40 मिनट पर होगी शुरू होगी और इस तिथि का समापन मंगलवार 7 मई को सुबह के 11 बजकर 40 मिनट पर होगा, ऐसे में उदया तिथि के अनुसार सोमवार, 06 मई 2024 को ही व्रत रखा जाएगा।
Masik Shivratri 2024: पूजा विधि
इस शुभ अवसर पर प्रात: काल उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर ध्यान करें। भगवान शिव के सामने व्रत का संकल्प लें और एक वेदी स्थापित कर उसे पूरे विधि-विधान से सजाएं।
इसके बाद शिव परिवार की प्रतिमा इस वेदी पर स्थापित करें और फिर पंचामृत से अभिषेक करें। इसके बाद शिव जी को सफेद चंदन का तिलक लगाएं और मां पार्वती को सिंदूर का तिलक लगाएं।
इस बाद गाय के घी का दीपक जलाएं। फिर खीर का भोग अर्पित करते हुए भगवान को सफेद फूल चढ़ाएं। पूजा में बेलपत्र जरूर शामिल करें। पूजा के दौरान शिव चालीसा का पाठ पूरे मन से करें और आखिर में आरती से पूजा पूर्ण करें।
महाशिवरात्रि के दिन अगर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हैं तो भोलेनाथ शीघ्र ही प्रसन्न होकर कृपा बरसाते हैं।