नई दिल्ली : Margashirsha Maas 2023: कार्तिक महीने के बाद मार्गशीर्ष का महीना आता है। यह हिंदू कैलेंडर का नौवां महीना है। भगवान श्रीकृष्ण को मार्गशीर्ष महीना बेहद प्रिय है। भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि मैं महीनों में सर्वश्रेष्ठ मार्गशीर्ष हूं। मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा मृगशिरा नक्षत्र में होता है। इसलिए इस महीने को मार्गशीर्ष कहा गया है। इसके अलावा इसे अगहन मास भी कहते हैं। मार्गशीर्ष महीने में कान्हा की पूजा की जाती है। मान्यता है कि मार्गशीर्ष महीने में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से जातक अपने जीवन में सारे सुख पाता है और मृत्यु के बाद उसे मोक्ष मिलता है। जल्द ही मार्गशीर्ष महीना शुरू होने वाला है।
Margashirsha Maas 2023: मार्गशीर्ष माह 28 नवंबर 2023 से शुरू हो रहा है और 26 दिसंबर 2023 तक चलेगा. इसके बाद पौष माह शुरू होगा। मार्गशीर्ष महीना भगवान श्रीकृष्ण को बेहद प्रिय है। मार्गशीर्ष माह में काल भैरव जयंती, उत्पन्ना एकादशी सहित कई बड़े व्रत-त्योहार आते हैं। साथ ही इसी बीच खरमास की शुरुआत होती है। सूर्य जब धनु राशि में होते हैं, तब खरमास लगता है।
Margashirsha Maas 2023: मार्गशीर्ष महीने में शंख पूजन करने का बड़ा महत्व है। साथ ही इस महीने में तीर्थ स्थानों की यात्रा करना, पवित्र नदियों में स्नान करने बहुत पुण्य मिलता है। ऐसा करने से रोग, शोक और दोष दूर होते हैं। साथ ही स्त्रियों के मार्गशीर्ष महीने में सुबह जल्दी स्नान करना अखंड सौभाग्य दिलाता है। ध्यान रहे कि मार्गशीर्ष महीने में साधारण शंख को श्रीकृष्ण को पाञ्चजन्य शंख के समान समझकर उसकी पूजा करना चाहिए। इससे सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भगवान श्रीकृष्ण पाञ्चजन्य शंख ही धारण करते हैं।
– मार्गशीर्ष माह में संतान प्राप्ति, भौतिक सुख और सौभाग्य पाने के लिए रोजाना कृं कृष्णाय नम: मंत्र का जाप 108 बार करें. इसके अलावा ऊँ नमो भगवते गोविन्दाय, ऊँ नमो भगवते नन्दपुत्राय या ऊँ कृष्णाय गोविन्दाय नमो नम: मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।
– मार्गशीर्ष महीने में रोज शाम को घर में कपूर जलाएं और तुलसी के पास दीपक जलाएं, उसकी परिक्रमा करें। ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
Margashirsha Maas 2023: – मार्गशीर्ष बेहद पवित्र महीना होता है, इस महीने में नॉनवेज, नशीली चीजों का सेवन ना करें।
– मार्गशीर्ष महीने में जरूरी है कि अच्छा आचरण करें और किसी से बुरा ना बोलें।