makar sankraanti par teen vishesh sanyog: जनवरी के महीने में हर साल मकर संक्रांति का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर जाते हैं। शनि मकर व कुंभ राशि के स्वामी हैं। इसलिए इस दिन पिता-पुत्र का मिलन होता है। ज्योतिषशास्त्रों के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन कुछ कार्यों को वर्जित किया गया है, इस कार्यों से सूर्य देव आपसले हमेशा के लिए नाराज ह सकते हैं।
विशेषकर उत्तर भारत के कई हिस्सों में मकर संक्रांति पर्व की धूम देखने को मिलती है। वहीं असम में इसे बीहू और दक्षिण में पोंगल के रूप में मनाया जाता है। ज्योतिष के अनुसार इस साल मकर संक्रांति का पर्व कई मायनों में खास रहने वाला है, क्योंक इस साल मकर संक्रांति पर एक नहीं बल्कि पूरे तीन विशेष योग बनेंगे। जानते हैं इन विशेष योग से कैसे खास बनेगा मकर संक्रांति का पर्व।
ज्योतिष के अनुसार, इस साल 2023 में मकर संक्रांति पर रोहिणी नक्षत्र का खास संयोग बनेगा। इस दिन रोहिणी नक्षत्र शाम 8:18 मिनट तक रहेगा। रोहिणी नक्षत्र को बहुत ही शुभ माना गया है। इस नक्षत्र में मकर संक्रांति के दिन स्नान-दान और पूजा-पाठ करने से विशेष फल मिलता है। इसके साथ ही मकर संक्रांति के दिन आनंदादि और ब्रह्म योग का शुभ संयोग भी बनने वाला है।
makar sankraanti par teen vishesh sanyog: ज्योतिष के अनुसार ब्रह्म योग को किसी भी कार्य के लिए बहुत ही शुभ माना गया है। इस योग में किसी भी कार्य की शुरुआत करने से वह सफल होता है। वहीं आनंदादि योग में किए गए कार्य या पूजा-पाठ में हर तरह की सुख-सुविधाओं की प्राप्ति होती है और इसे भी बहुत शुभ माना गया है। मान्यता है कि इन शुभ योग में किए गए कार्यों में किसी तरह के विघ्न या बाधाएं नहीं पड़ती।