Mahakumbh New Song : महाकुम्भ के इस गीत ने आते साथ ही हर जगह मचा दिया तहलका,, ज़रूर सुनें ये मनमोहक गीत और ईश्वर की भक्ति में हो जाएँ मग्न

This song of Maha Kumbh created a stir everywhere as soon as it arrived,, listen to this melodious song and get immersed in the devotion of God

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  • Publish Date - January 14, 2025 / 11:57 AM IST,
    Updated On - January 14, 2025 / 11:57 AM IST

Mahakumbh New Song : कुम्भ मेला भारत में आयोजित होने वाला एक विशाल मेला है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु हर बारहवें वर्ष प्रयाग, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में से किसी एक स्थान पर एकत्र होते हैं और नदी में पवित्र स्नान करते हैं। प्रत्येक १२वें वर्ष के अतिरिक्त प्रयाग में दो कुम्भ पर्वों के बीच छह वर्ष के अन्तराल में अर्धकुम्भ भी होता है। ‘कुम्भ’ का शाब्दिक अर्थ “घड़ा, सुराही, बर्तन” है। यह वैदिक ग्रन्थों में पाया जाता है। इसका अर्थ, अक्सर पानी के विषय में या पौराणिक कथाओं में अमरता (अमृत) के बारे में बताया जाता है। इस प्रकार, कुम्भ मेले का अर्थ है “अमरत्व का मेला” है।
ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार यह मेला पौष पूर्णिमा के दिन आरंभ होता है और मकर संक्रान्ति इसका विशेष ज्योतिषीय पर्व होता है, जब सूर्य और चन्द्रमा, वृश्चिक राशि में और वृहस्पति, मेष राशि में प्रवेश करते हैं। मकर संक्रान्ति के होने वाले इस योग को “कुम्भ स्नान-योग” कहते हैं और इस दिन को विशेष मंगलकारी माना जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन पृथ्वी से उच्च लोकों के द्वार इस दिन खुलते हैं और इस प्रकार इस दिन स्नान करने से आत्मा को उच्च लोकों की प्राप्ति सहजता से हो जाती है। यहाँ स्नान करना साक्षात् स्वर्ग दर्शन माना जाता है।

Mahakumbh New Song : आईये यहाँ प्रस्तुत हैं महाकुम्भ का मनमोहक गीत

ॐ नमो गंगायै
विश्वरुपणी नारायणी
नमो नमः
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
कण-कण शिव शिव शंभू शिव शंभू है।
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
धाम त्रिवेणी शंभू शंभू है

महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है

Mahakumbh New Song

12 वर्ष के बाद जो आया महापर्व है
वसुंधरा पर अमृत लाया महापर्व है
भक्त जनों में झूम के गया महापर्व है
संतों ने जय घोष लगाया महापर्व है।
कण-कण शिव शिव शंभू शिव शंभू है।
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
धाम त्रिवेणी शंभू शंभू है

महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है

Mahakumbh New Song

संचालित तो रूप स्वयं ही होता यह वह यंत्र है
देवगढ़ों को इस धरती पर देव मंत्र है
चिट्ठी है ना तार है मेला यह अपार है
पुण्य का परिणाम है मोक्ष का यह द्वार है
कण-कण शिव शिव शंभू शिव शंभू है।
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
धाम त्रिवेणी शंभू शंभू है

महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है

संत अखाड़े साधु योगी और तपस्वी
एक साथ सब लगा रहे संगम में डुबकी
बाबा योगी बांट रहे तन मन को शुद्धी
एक जगह आ बैठी है भक्ति और शक्ति
कण-कण शिव शिव शंभू शिव शंभू है।
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
धाम त्रिवेणी शंभू शंभू है

Mahakumbh New Song

महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है
महाकुंभ है, महाकुंभ है

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