Gupt Navratri 2025

Gupt Navratri 2025 : आज से माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत, जानिए क्या है इसका शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Gupt Navratri 2025 : आज से माघ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत, जानिए क्या है इसका शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Edited By :  
Modified Date: January 30, 2025 / 03:55 PM IST
,
Published Date: January 30, 2025 3:49 pm IST

Gupt Navratri 2025 : हिंदू धर्म में नवरात्रि को बहुत ही खास माना जाता है। मालूम हो कि नवरात्रि का व्रत साल में चार बार रखा जाता है, जिसमें से दो बार प्रत्यक्ष और दो बार गुप्त नवरात्रि आती हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्रि को छोड़कर दो गुप्त नवरात्रि भी होती हैं। गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा गुप्त तरीके से की जाती है। ऐसे में इस बार गुप्त नवरात्रि 30 जनवरी से शुरू होने जा रही है. पूरे 9 दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाएगी। इस दौरान देवी दुर्गा के अलग-अलग दिन अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। तो चलिए जानते हैं गुप्त नवरात्रि में घट स्थापना का शुभ मुहुर्त क्या है।

Dhamtari Nagar Nigam Election: धमतरी नगर निगम में हो गया खेला! अधिकृत प्रत्याशी का नामांकन निरस्त होने के बाद अब इसको समर्थन देगी कांग्रेस, जानिए क्या है पूरा मामला 

शुभ मुहूर्त

गुप्त नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का शुभ मुहूर्त की शुरुआत 30 जनवरी सुबह 9 बजकर 25 मिनट से लेकर 10 बजकर 46 मिनट तक है। ऐसे में भक्तों को घटस्थापना के लिए कुल 1 घंटे 21 मिनट का समय मिलेगा। इसके अलावा घट स्थापना का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 56 मिनट तक रहेगा।यहां भक्तों को 43 मिनट का समय मिलेगा।

पूजा विधि

प्रातः स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें।
देवी दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर उन्हें लाल चुनरी अर्पित करें।
सरसों के तेल का दीपक जलाकर “ॐ दुं दुर्गायै नमः” मंत्र का जाप करें।
मां दुर्गा को लाल पुष्प अर्पित करें और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।
नौ दिनों तक व्रत रखकर देवी की आराधना करें और अंतिम दिन कन्या पूजन करें।
गुप्त नवरात्रि में विशेष रूप से मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, बगलामुखी, धूमावती, मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती है। इनकी साधना से विशेष आध्यात्मिक लाभ मिलता है।

Ambikapur Nagriya Nikay Chunav 2025 : चुनाव की तैयारियों को लेकर राज्य निर्वाचन आयुक्त अजय सिंह ने सरगुजा में ली बैठक, अधिकारियों को दिए ये अहम निर्देश 

गुप्त नवरात्रि का महत्व

धार्मिक मान्यता के अनुसार, गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की 10 महाविद्या प्रकट हुईं थी। माघ गुप्त नवरात्रि के दौरान देवी शक्ति के 32 अलग-अलग नामों का जाप, दुर्गा सप्तशती , देवी महात्म्य और श्रीमद्-देवी भागवत जैसे धार्मिक ग्रंथों का पाठ करने से सभी परेशानियां दूर होती है और जीवन में सुख शांति आती है। मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में गई साधना जन्मकुंडली के समस्त दोषों को दूर करने वाली और धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष देने वाली होती है।

माघ गुप्त नवरात्रि की तिथियां

नवरात्रि प्रतिपदा- 30 जनवरी 2025, गुरुवार – मां काली
नवरात्रि द्वितीया- 31 जनवरी 2025, शुक्रवार – मां तारा
नवरात्रि तृतीया- 1 फरवरी 2025, शनिवार – मां त्रिपुर सुंदरी
नवरात्रि चतुर्थी- 2 फरवरी 2025, रविवार – मां भुवनेश्वरी
नवरात्रि पंचमी- 2 फरवरी 2025 रविवार – मां भैरवी
नवरात्रि षष्ठी- 3 फरवरी 2025, सोमवार – मां छिन्नमस्ता
नवरात्रि सप्तमी- 4 फरवरी 2025, मंगलवार- मां धूमावती
नवरात्रि अष्टमी- 5 फरवरी 2025, बुधवार – मां बगलामुखी
नवरात्रि नवमी- 6 फरवरी 2025, गुरुवार – मां मातंगी
नवरात्रि दशमी- 7 फरवरी 2025, शुक्रवार – मां कमला

Follow Us

Follow us on your favorite platform:

 
Flowers