Maa Durga Ke 108 Naam: इस नवरात्रि करें मां दुर्गा के 108 नामों का जाप, बनी रहेगी मां की विशेष कृपा, जीवन में आएगी खुशहाली

Maa Durga Ke 108 Naam: इस नवरात्रि करें मां दुर्गा के 108 नामों का जाप, बनी रहेगी मां की विशेष कृपा, जीवन में आएगी खुशहाली

  •  
  • Publish Date - September 22, 2024 / 06:41 PM IST,
    Updated On - September 22, 2024 / 06:44 PM IST

Maa Durga Ke 108 Naam: हिंदू धर्म में हर दिन, तिथि, ग्रह-नक्षत्र, योग और तिज-त्योहारों का खास महत्व होता है। ऐसे में इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरूआत 3 अक्टूबर 2024 अश्विन अमावस्या को पितरों की विदाई के बाद ही आश्विन मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को माँ दुर्गा का आगमन होगा। जिसका समापन  12 अक्‍टूबर को दशहरा के साथ होगा। इस आश्विन नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि भी कहा जाता है। गौरतलब है कि हर नवरात्रि पर आदि शक्ति माँ दुर्गा के नौ विविध रूपों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना होती है। मान्यता है कि जिस घर में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना होती है, उस घर के संकट कट जाते हैं। देवी का आशीर्वाद आपके जीवन में अपार खुशियां लाती है।

Read More: Rajnandgaon News : एनीकट में डूबने से 2 लड़कों की मौत, SDRF ने बरामद किए शव 

बता दें कि,  नवरात्रि का पहला दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। नवरात्रि में मां की पूजा हर कोई अलग- अलग तरीके से करता है। शास्त्रों में मां देवी के 108 नामों का जाप करना सबसे उत्तम माना गया है। देवी के इन नामों का जाप करने से साधक पर मां की विशेष कृपा बनी रहती है और कार्य पूरे होते हैं।

Read More: Masik Shivratri 2024: क्या है पितृ पक्ष में पड़ने वाली मासिक शिवरात्रि का महत्व, जानिए इस व्रत को करने के लाभ और पूजा विधि 

Maa Durga Ke 108 Naam: मां दुर्गा के 108 नाम

सती, साध्वी, भवप्रीता, भवानी, भवमोचनी, आर्या, दुर्गा, जया, आद्या, त्रिनेत्रा, शूलधारिणी, पिनाकधारिणी, चित्रा, चंद्रघंटा, महातपा, मन, बुद्धि, अहंकारा, चित्तरूपा, चिता, चिति, सर्वमंत्रमयी, सत्ता, सत्यानंदस्वरुपिणी, अनंता, भाविनी, भव्या, अभव्या, सदागति, शाम्भवी, देवमाता, चिंता, रत्नप्रिया, सर्वविद्या, दक्षकन्या, दक्षयज्ञविनाशिनी, अपर्णा, अनेकवर्णा, पाटला, पाटलावती, पट्टाम्बरपरिधाना, कलमंजरीरंजिनी, अमेयविक्रमा, क्रूरा, सुंदरी, सुरसुंदरी, वनदुर्गा, मातंगी, मतंगमुनिपूजिता, ब्राह्मी, माहेश्वरी, ऐंद्री, कौमारी, वैष्णवी, चामुंडा, वाराही, लक्ष्मी, पुरुषाकृति, विमला, उत्कर्षिनी, ज्ञाना, क्रिया, नित्या, बुद्धिदा, बहुला, बहुलप्रिया।

सर्ववाहनवाहना, निशुंभशुंभहननी, महिषासुरमर्दिनी, मधुकैटभहंत्री, चंडमुंडविनाशिनी, सर्वसुरविनाशा, सर्वदानवघातिनी, सर्वशास्त्रमयी, सत्या, सर्वास्त्रधारिणी, अनेकशस्त्रहस्ता, अनेकास्त्रधारिणी, कुमारी, एककन्या, कैशोरी, युवती, यति, अप्रौढ़ा, प्रौढ़ा, वृद्धमाता, बलप्रदा, महोदरी, मुक्तकेशी, घोररूपा, महाबला, अग्निज्वाला, रौद्रमुखी, कालरात्रि, तपस्विनी, नारायणी, भद्रकाली, विष्णुमाया, जलोदरी, शिवदुती, कराली, अनंता, परमेश्वरी, कात्यायनी, सावित्री, प्रत्यक्षा और ब्रह्मावादिनी।