नई दिल्ली : Vipreet Rajyoga : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी कोई ग्रह नक्षत्र गोचर करता है तो उसका प्रभाव हमारे जीवन पर बहुत असर डालता है। व्यक्ति के जन्म से ही ग्रहों की स्थिति का प्रभाव उसके जीवन पर दिखना शुरू हो जाता है। व्यक्ति की कुंडली में राशि और ग्रहों की स्थिति से इस बात का पता लगाया जाता है। ऐसे ही ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 50 साल बाद विपरीत राजयोग का निर्माण हुआ है। इस दौरान आकस्मिक धनलाभ और तरक्की के योग बने हैं।
Vipreet Rajyoga : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी शुभ योगों में से एक विपरीत राजयोग है। ये योग सभी नकारात्मक प्रभाव वाले ग्रहों के एक साथ आने से बनते हैं। अगर किसी जातक की कुंडली में 6वें, 8वें और 12 वें भाव के स्वामी किसी अन्य दो भावों में किसी एक स्थान पर विराजमान हों, तो ऐसी स्थिति में विपरीत राजयोग बनता है
भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विपरीत राजयोग 3 तरह के होते हैं। हर्ष राजयोग, सरला राजयोग और विमल राजयोग। बता दें कि किसी जातक की कुंडली में छठे भाव के स्वामी 8वें या 12 वें भाव में हो तो हर्ष राजयोग बनता है। वहीं, 8 वें भाव के स्वामी 6 या 12वें भाव में होते हैं, तो सरला राजयोग होता है। इसके अलावा, विमल राजयोग तब बनता है, जब 12वें भाव के स्वामी 6वें और 8वें भाव में मौजूद रहते हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मेष राशि के जातकों के लिए विपरीत राजयोग विशेष रूप से लाभकारी रहने वाला है। बता दें कि इस राशि के 12 वें भाव पर सूर्य, गुरु और बुध की युति बनी हुई है और तीसरे भाव के स्वामी बुध-सूर्य के साथ 12वें भाव में मौजूद रहेंगे। मेष राशि वालों को इस दौरान आकस्मिक धन लाभ होगा। तनाव से मुक्ति मिलेगी। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे लोगों को शुभ परिणाम मिलेंगे।
इस राशि के स्वामी आठवें भाव में बुध और गुरु के साथ विराजमान रहेंगे। बता दें कि इसके तीसरे भाव के स्वामी शुक्र के साथ मौजूद हैं। इसके साथ ही व्यक्ति की आय में बढ़ोतरी होने के संकेत साफ दिखाई दे रहे हैं। पैतृक संपत्ति के बिकने से मुनाफा होगा। इस दौरान कई बेहतरीन मौके मिलेंगे। इतना ही नहीं, विदेश यात्रा पर जाने के योग भी बनते नजर आ रहे हैं।
Vipreet Rajyoga : इन राशि के जातकों के लिए विपरीत राजयोग वरदान से कम नहीं रहेगा। तीसरे भाव के स्वामी बृहस्पति हैं और यह छठे भाव में स्थित हैं। व्यापार में अच्छी डील कर सकते हैं। नौकरी पेशा लोगों को भी नौकरी आदि में खूब सफलता मिलोगी। नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे। इस दौरान तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं।शेयर मार्केट में धन निवेश से लाभ होगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मकर राशि के जातकों के लिए विपरीत राजयोग शुभ साबित होगा। इन राशि वालों की कुंडली के तीसरे भाव पर गुरु, बुध और सूर्य विराजमान हैं। प्रेम संबंध में आ रहीं मुश्किलें दूर होंगी. दोनों के बीच तालमेल अच्छा बना रहेगा। उत्साह से भरे रहेंगे।