Viprit Rajyog: ग्रहों की राशि परिवर्तन के साथ ही ज्योतिष शास्त्र में बुध और सूर्य मिलकर एक तरफ जहां बुधादित्य राज्यों का निर्माण कर रहे हैं। वही बुध ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश कर चुके हैं। इससे पहले सूर्य मिथुन राशि में विराजमान है। जिसके कारण विपरीत राजयोग का निर्माण कर रहे हैं।
Viprit Rajyog: इस राजयोग का 12 राशियों पर प्रभाव देखने को मिलेगा। हालांकि 3 राशियों के लिए यह राजयोग बेहद शुभ माना जा रहा है। इसके साथ ही उनके सारे काम बनेंगे। पद प्रतिष्ठा मान सम्मान में वृद्धि होने के साथ ही उन्हें भौतिक सुख सुविधा का लाभ मिलेगा। नैतिक की प्राप्ति के साथ ही समाज में सराहना की प्राप्ति होगी।
Viprit Rajyog: विपरीत राजयोग का निर्माण तब होता है, जब छठी और 12वीं भाव के स्वामी एक दूसरे से संबंध स्थापित करते हैं। ऐसा तब होता है जब छठे घर का स्वामी आठवें और बारहवें भाव के स्वामी के साथ संबंधित हो, वहीं तीसरे घर में छठवीं के स्वामी की अंतर्दशा के प्रभाव से इस राजयोग का निर्माण होता है।
Viprit Rajyog: मेष राशि के लिए यह राजयोग बेहद शुभ माना जा रहा है। गोचर कुंडली के तीसरे छठे भाव के स्वामी है और तीसरे भाव में विराजमान है। ऐसे में सूर्य के प्रभाव से आपको लाभ मिलेगा। केतु की दृष्टि भी पड़ रही है। जिसके कारण विदेश से लाभ मिलेगा। यात्रा से लाभ मिल सकता है। फंसा हुआ पैसा वापस आ सकता है। कारोबारी को उधार दिया वापस मिल सकता है। इतना ही नहीं परीक्षा प्रतियोगिता की तैयारी कर रहे छात्रों को महत्वपूर्ण लाभ मिल सकता है। तरक्की के योग बन रहे हैं।
Viprit Rajyog: कर्क राशि के जातकों को विपरीत राज्यों का लाभ मिलेगा। बुध तीसरे और 12 घर का स्वामी है और 12 घर में स्थित है। ऐसे में अनुकूल राजयोग से निवेश में सफलता मिलेगी। पेशेवर प्रयास में पहचान मिलने के साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। इतना ही नहीं प्रतिष्ठा मान सम्मान में वृद्धि होगी। विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं।
Viprit Rajyog: वृश्चिक राशि के लिए विपरीत राजयोग बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राजयोग का निर्माण अष्टम भाव में हो रहा है । बुध 11वीं और आठवें घर के स्वामी हैं और आठवें घर में स्थित है। ऐसे में इसके प्रभाव में वृद्धि होगी। नौकरी और बिजनेस में धन लाभ के साथ ही निवेश में अच्छे रिटर्न की प्राप्ति होगी। प्रतिष्ठा मान सम्मान गौरव का लाभ मिलेगा। आध्यात्मिक क्षेत्र में प्रगति करेंगे। साथ ही व्यवसाय के लिए यात्रा करनी पड़ सकती है।
Viprit Rajyog: मकर राशि के लिए विपरीत राजयोग का लाभ मिलेगा। कुंडली के छठे और 9th घर में बुध का गोचर हो रहा है और छठे घर में बुध स्थित रहेंगे। ऐसे में आठवें घर में बुध को मजबूती देने के साथ उसके प्रभाव में वृद्धि होगी। विदेश यात्रा के योग बने। प्रतिष्ठा सम्मान सहित संपत्ति का लाभ मिलेगा। बौद्धिक क्षमता का विकास होगा। साथ ही वित्तीय सफलता और निवेश से लाभ मिल सकता है।
Viprit Rajyog: मिथुन राशि के लिए बुध का गोचर महत्वपूर्ण लाभ लेकर आ रहा है। भद्र राजयोग के निर्माण से लेखन और वाणी के क्षेत्र से जुड़े लोगों को लाभ होगा। महत्वपूर्ण निर्णय लेने पड़ सकते हैं। साझेदारी में नए दायित्व पर जा सकते हैं। इसके साथ ही पद प्रतिष्ठा मान सम्मान में वृद्धि हो सकती है। व्यापार में उन्नति और प्रगति देखने को मिल सकती है।
Viprit Rajyog: तुला राशि के लिए भद्र राजयोग बेहद शुभ परिणाम लेकर आ रहा है। भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। किसी अच्छी जगह काम करने का मौका मिल सकता है। परिवार और साथी के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। इसके साथ ही राजयोग से गौरव और सम्मान की प्राप्ति होगी। कार्यस्थल पर लोग आपके कार्य की प्रशंसा करेंगे।
Viprit Rajyog: धनु राशि वाले के लिए इस राज्य का निर्माण बेहद शुभ माना जा रहा है। व्यापार में वृद्धि होगी। विवाह के योग्य साथी की तलाश पूरी हो सकती है। बुध का गोचर कार्यक्षेत्र में उन्नति और प्रगति दे सकता है। इसके साथ ही इंक्रीमेंट के आसार नजर आ रहे हैं। कार्यस्थल पर आपके कार्य की वजह से आपको सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं।