Mahalaxmi Rajyog: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह नक्षत्र की स्थिति में बदलाव के साथ ही राशियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ते हैं। कुंडली में मौजूद योग के आधार पर व्यक्ति के भाग्य का निर्माण होता है। व्यक्ति के भाग्य पर इसका असर देखने को मिलता है। किसी की कुंडली में मंगल सहित लक्ष्मी योग और अन्य महत्वपूर्ण योग हो तो उसके भविष्य काफी अच्छे माने जाते हैं।
Mahalaxmi Rajyog: महालक्ष्मी राजयोग के निर्माण से करियर में समृद्धि प्राप्त होती है। उन्हें गरीबी से राहत मिलती और धन प्राप्ति के योग बनते हैं। ऐसा तब होता है, जब महालक्ष्मी योग के पक्ष में होता है। महालक्ष्मी योग सुनिश्चित करता है कि व्यक्ति की कुंडली में यह मूल समृद्ध धनवान और समृद्धि योग है।
Mahalaxmi Rajyog: महालक्ष्मी योग में महालक्ष्मी धन की देवी को संदर्भ में लिया गया। ऐसे में कुंडली महालक्ष्मी योग रहने पर धन की समस्या नहीं आती है। जरूरत की हर आवश्यकता पूरी होती है। धन चमत्कारी रूप से उनके सामने आता है। एक बेहद शक्तिशाली योग माने जाने के साथ ही महालक्ष्मी योग से कुंडली में जातकों को करियर सहित रिश्तो में समृद्धि मिलती है।
– कुंडली में महालक्ष्मी योग होने से निश्चित रूप से अपार धन संपत्ति प्राप्त होती है।
– वही जातकों को जीवन में कभी भी गरीबी का सामना नहीं करना पड़ता है
– उन्हें ऐश्वर्या और धन का पूर्ण लाभ मिलता है।
– आकांक्षा की पूर्ति होती है
– सभी इच्छाएं पूर्ण होती है
– करियर में समृद्धि प्राप्त होती है
– उन्हें लगातार प्रमोशन और पदोन्नति का लाभ मिलता है
– व्यक्तित्व में निखार आता है
– इसके साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा उन पर बनी रहती है
– घर में समृद्धि और संपूर्णता का वास होता है।
Mahalaxmi Rajyog: ग्रहों के राशि परिवर्तन के साथ ही कई ग्रहों के शुभ संकेत दे रहे हैं। इसी तरह का एक राजयोग है गजकेसरी राजयोग। इसके ज्योतिष में शुभ और उत्तम प्रयास नजर आते हैं। गुरु और चंद्रमा की युति से गजकेसरी राजयोग का निर्माण होता है। गजकेसरी योग से मान, सम्मान और धन दौलत की प्राप्ति होती है।
Mahalaxmi Rajyog: 24 मई को चंद्रमा कर्क राशि में गोचर करेंगे और मेष राशि में गुरु पहले से विद्यमान है। ऐसे में एक दूसरे से केंद्र में स्थित होने के कारण गजकेसरी योग का निर्माण होगा। जिसका असर कई राशियों पर पड़ेगा। गुरु और चंद्रमा जब किसी राशि में बैठे हो तो गुरु जिस राशि में उस राशि के चौथे, सातवें और दसवें घर में चंद्रमा हो तो गजकेसरी योग का निर्माण होता है। गजकेसरी राजयोग का लाभ मिलने के साथ ही जातकों को गुणवान, ज्ञानी, उत्तम गुणों वाला होता है। इसके साथ ही उसने तरक्की उन्नति की प्राप्ति होती है।
Mahalaxmi Rajyog: मेष राशि वाले को गजकेसरी राजयोग का लाभ मिलेगा। गुरु आपकी राशि में विद्यमान है। ऐसे में धन की प्राप्ति होगी। प्रबल योग बन रहे हैं। इसके साथ कोई भी काम लंबे समय से रुका हुआ है तो वह इस समय पूरा होगा। नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को नौकरी मिल सकती है। आय में वृद्धि होगी। इंक्रीमेंट के आसार नजर आ रहे हैं।
Mahalaxmi Rajyog: मिथुन राशि के जातकों को गजकेसरी राजयोग का लाभ मिलेगा। चंद्रमा का गोचर आपके धन भाव में हो रहा है। ऐसे में मुनाफा और धन की प्राप्ति होगी। वाणी की वजह लोगों का दिल जीतेंगे। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। भौतिक सुख का लाभ मिलेगा। वाहन घर की खरीदारी कर सकते हैं।
Mahalaxmi Rajyog: तुला को राजयोग का लाभ मिलेगा। कुंडली के गुरु और दशम भाव में चंद्रमा का गोचर हो रहा है। व्यापार में लाभ होगा। लाभ की स्थिति रहेगी। मुनाफा होगा। जीवन साथी या पत्नी को अच्छी नौकरी मिल सकती है। आमदनी बढ़ने के आसार नजर आ रहे है। नौकरी में सफलता मिलेगी। पारिवारिक जीवन में खुशियां भरी रहेगी।