Budhaditya-Gajkesari Rajyog: ज्योतिष के मुताबिक, हर माह की एक निश्चित तिथि पर कोई न कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है, इसे ग्रह गोचर कहा जाता है। इसी कड़ी में 7 जून को ग्रहों के राजकुमार बुध ग्रह शाम 7 बजकर 58 मिनट पर वृषभ राशि में गोचर करने जा रहे हैं। इस राशि पर ये 24 जून दोपहर 12 बजकर 41 मिनट तक गोचर करेंगे उसके बाद मिथुन राशि में चले जाएंगे। जहां पर 8 जुलाई 2023 की दोपहर 12 बजकर 05 मिनट तक रहेंगे, इससे भद्र महापुरूष राजयोग का निर्माण होगा।
Budhaditya-Gajkesari Rajyog: ग्रहों के इस राशि परिवर्तन से शुक्र की राशि वृषभ में बुध सूर्य की युति से बुधादित्य राजयोग बनेगा। वहीं गुरु और चंद्रमा मकर राशि में होने की वजह से गजकेसरी जैसा राजयोग भी बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बहुत उत्तम और शुभ बताया गया है। बुद्धि, तर्क, सफलता आदि के कारक ग्रह बुध मेष राशि में मार्गी अवस्था में हैं और बुधवार को वह मार्गी अवस्था से ही वृषभ राशि में शाम 7 बजकर 41 मिनट पर संचार करेंगे। बुध का राशि परिवर्तन और गजकेसरी राजयोग का प्रभाव देश दुनिया समेत सभी राशियों पर भी पड़ेगा।
Budhaditya-Gajkesari Rajyog: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, बुध पहले से ही मेष में विराजमान है, ऐसे में सूर्य बुध के साथ मिलकर बुधादित्य योग बनाएंगे। सूर्य और बुध की युति से बनने वाले इस बुधादित्य राजयोग का सभी राशि पर प्रभाव पड़ेगा। बुधादित्य राजयोग को ज्योतिष में बेहद शुभ माना जाता है। यह योग जिस व्यक्ति की कुंडली में होता है, वह व्यक्ति समाज में मान-सम्मान, धन वैभव और प्रतिष्ठा प्राप्त करता है। वही बुध 24 जून तक वृषभ राशि में विराजमान रहेंगे। इसके बाद 24 जून को दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर फिर मिथुन राशि में गोचर कर जाएंगे।
Budhaditya-Gajkesari Rajyog: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य योग बनता है। बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है। वही सौरमंडल में सूर्य के सबसे नजदीक बुध ग्रह ही होता है, ऐसे में कुंडली में बुध और सूर्य ज्यादातर समय एक साथ ही दिखाई देते हैं।जब किसी व्यक्ति की कुंडली में बुधादित्य योग बनता है उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
Budhaditya-Gajkesari Rajyog: गजकेसरी योग ज्योतिष शास्त्र में बताया गया एक ऐसा राजयोग है जिसका मतलब है हाथी के ऊपर सवार सिंह। इस योग को बहुत ही शुभ और उत्तम बताया गया है क्योंकि इस योग का निर्माण तब होता है जब गुरु और चंद्रमा की खास स्थिति बनती है। गुरु और चंद्रमा जब किसी राशि में साथ बैठे होते हैं या फिर गुरु जिस राशि में होते हैं उस राशि से चौथे, सातवें और दसवें घर में चंद्रमा होते हैं तो गजकेसरी योग बनता है। यह योग जिस व्यक्ति की कुंडली में होता है वह गुणवान, ज्ञानी और उत्तम गुणों वाला होता है।
Budhaditya-Gajkesari Rajyog: जातकों के लिए यह दोनों राजयोग बेहद शुभ रहने वाले है। पारिवारिक सुख में इजाफा होगा। सफलता मिलेगी और नौकरी में अच्छे अवसर भी मिलेंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि, पदोन्नति के योग धनलाभ मिलने के आसार है। अविवाहित लोगों का विवाह तय हो सकता है, विवाह के लिए रिश्ते आ सकते है।कार्यक्षेत्र में बुद्धि के प्रदर्शन से शानदार काम करेंगे और हर कार्य को अच्छे से पूरा करेंगे। सेहत में अच्छा सुधार आएगा।
Budhaditya-Gajkesari Rajyog: सूर्य गोचर करियर में तरक्की, धनलाभ और सफलता देने वाला साबित हो सकता है। सैलरी बढ़ेगी, नए स्त्रोतों से भी पैसा मिलेगा। व्यापार में मुनाफा बढ़ेगा और पुराने निवेश से लाभ होगा विदेश में नौकरी करने का मौका मिल सकता है। करियर- कारोबार में सफलता मिल सकती है। व्यापारियों की आय में वृद्धि के संकेत हैं।लंबी यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं। घर में धार्मिक या मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है, आपका और परिवार का समाज में सम्मान बढ़ेगा।
Budhaditya-Gajkesari Rajyog: बुध का गोचर और गजकेसरी राजयोग बेहद लाभकारी रहेगा। इस दौरान प्रोफेशनल और पर्सनल मामलों में सफलता मिलेगी। कारोबार में अच्छी वृद्धि होगी और उन्नति के अवसर भी मिलेंगे। जीवनसाथी के साथ रिश्ता मजबूत होगा और पारिवारिक माहौल अच्छा होगा। समाज में आपका सम्मान बढ़ेगा । निवेश के लिए समय अनुकूल है, लाभ मिलने के संकेत है। संतान की उन्नति देख मन प्रसन्न होगा और धन की बचत करने में भी सफलता मिलेगी।
Budhaditya-Gajkesari Rajyog: सूर्य और बुध दोनों ही नवम भाव में गोचर कर रहे हैं, ऐसे में इस राशि के जातकों को भी बुधादित्य योग का पूरा लाभ मिल सकता है। पारिवारिक माहौल अच्छा होगा और सभी सदस्यों में आपसी प्रेम बना रहेगा। भाग्य का साथ मिलने से अटके हुए कार्य पूरे होंगे और सरकारी योजनाओं का भी अच्छा लाभ मिलेगा। कार्यस्थल में आपके काम से उच्च अधिकारी काफी प्रभावित हो सकते हैं। आर्थिक स्थिति भी अच्छी रहने वाली है। व्यापार में लाभ प्राप्ति के लिए आपको अपनी रणनीति में बदलाव की आवश्यकता होगी।नया व्यवसाय शुरू करने के लिए बेहतर अवसर प्राप्त होंगे। शादीशुदा जातकों के बीच प्रेम बना रहेगा और साथ मिलकर भविष्य की योजनाएं भी बनाएंगे।
Budhaditya-Gajkesari Rajyog: बुध का गोचर और गजकेसरी योग का प्रभाव मीन राशि वालों के लिए लाभदायक रहने वाला है। विदेश में नौकरी के अवसर मिलेंगे। निवेश से अच्छा रिटर्न मिलेगा और लाभ कमाने के अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। संतान के करियर से संबंधित कोई शुभ समाचार मिलने के योग है। घरवालों की लव पार्टनर से मुलाकात भी करवा सकते हैं। अगर आप संपत्ति या जमीन खरीदना चाहते हैं तो आपकी इच्छा पूरी होगी।
Budhaditya-Gajkesari Rajyog: सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं, ऐसे में यह राजयोग जातकों को बहुत लाभ देगा। आर्थिक लाभ , नौकरी-व्यापार में उन्नति और रुका हुआ धन वापस मिलने के योग है। करियर में प्रमोशन में वृद्धि के योग बनेंगे। अटके काम पूरे हो सकते है। वहीं कोर्ट- कचहरी के मामलों में आपको कामयाबी मिल सकती है। आय में वृद्धि और सफलता मिलने के संकेत है। यात्रा पर जा सकते हैं। नई नौकरी और बेरोजगारों को रोजगार मिल सकता है। राजनीति से जुड़े लोगों को लाभ मिल सकता है।
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