Budh Surya Yuti/Budhaditya Rajyog: हर व्यक्ति के जीवन में ग्रहों का काफी महत्व होता है। ग्रहों की चाल बदलने से जातकों के जीवन में सकारात्मक और नकारात्म प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों, कुंडली, योग और राजयोग का बड़ा महत्व माना जाता है। हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल के बाद राशि बदलता है और जब भी दो दो ग्रह एक राशि में आते है तो राजयोग का निर्माण करते है। हाल ही में ग्रहों के राजकुमार और व्यापार, बुद्धि, विवेक वाणी के कारक बुध ने वृश्चिक राशि में प्रवेश किया है, वे 27 नवंबर तक यही विराजमान रहेंगे।
Budh Surya Yuti/Budhaditya Rajyog: वही 17 नवंबर को सूर्य भी वृश्चिक राशि में आ जाएंगे जिससे वृश्चिक राशि में बुध और सूर्य की युति बनेगी और बुधादित्य राजयोग का निर्माण होगा।हालांकि इसका प्रभाव 10 दिन तक ही रहेगा, क्योंकि बुध 27 नवंबर को फिर धनु में गोचर कर जाएंगे लेकिन यह 5 राशियों पर विशेष कृपा बरसाने वाला साबित होगा। वृश्चिक राशि पर मंगल देव का आधिपत्य है, ऐसे में इस राजयोग का बनना एक महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
Budh Surya Yuti/Budhaditya Rajyog: सूर्य बुध का गोचर जातकों के लिए वरदान से कम साबित नहीं होगा।आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और भाग्य का साथ मिलेगा। समाज में मान-सम्मान और इनकम में वृद्धि होगी। विवाहित लोगों के जीवन में प्रेम बढ़ेगा, जिससे रिश्ते पहले से अधिक मजबूत होंगे। कार्यों में सफलता मिलेगी। इनकम में वृद्धि, आर्थिक स्थिति मजबूत होने के योग बनेंगे।अटके काम पूरे होंगे और फंसा हुआ धन वापस मिल सकता है। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम रहेगा। संतान से संबंधित कोई शुभ समाचार मिल सकता है। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी में निवेश करने वालों को अच्छा लाभ हो सकता है।
Budh Surya Yuti/Budhaditya Rajyog: ग्रहों के राजा सूर्य देव और राजकुमार बुध के वृश्चिक राशि में राजयोग बनने से जातकों को विशेष फल की प्राप्ति होगी। भाग्य का साथ मिलेगा और आकस्मिक धन की प्राप्ति हो सकती है। लंबे समय से अटका हुआ काम पूरा हो सकता है और फंसा हुआ धन भी वापस आ सकता है। नौकरीपेशा के लिए समय अनुकूल रहेगा, पदोन्नति, नई नौकरी के प्रस्ताव और आय वृद्धि हो सकती है। करियर और कारोबारियों के लिए भी नए मार्ग खुलेंगे। मार्केटिंग, मीडिया, शिक्षा और कम्यूनिकेशन के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय उत्तम और लाभ प्रदान करने वाला साबित हो सकता है।
Budh Surya Yuti/Budhaditya Rajyog: सूर्य बुध की युति और राजयोग का बनना जातकों के लिए भी अनुकूल साबित हो सकता है। कार्यों में सफलता मिलेगी और व्यक्तित्व में निखार आएगा। मीडिया क्षेत्र, लेखक या सरकारी क्षेत्र से संबंधित है उनके लिए यह अवधि बहुत ही फलदायी रहेगा। बिजनेस वालों को भी इस अवधि में लाभ मिलने के योग है। धनलाभ, पद- प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी। बुध का विशेष आर्शीवाद मिलेगा।
Budh Surya Yuti/Budhaditya Rajyog: बुध और सूर्य का गोचर सिंह राशि वालों के लिए लाभकारी साबित होगा। राजयोग से नया वाहन और घर खरीद सकते हैं। भौतिक सुख प्राप्त होंगे। नौकरी में प्रमोशन तरक्की मिलने और व्यापारियों को भी अच्छे अवसर मिल सकते है। समाज में मान सम्मान और मनोकामना पूरी होने के योग है। रियल स्टेट कारोबार वाले, जमीन- जायदाद और प्रापर्टी से जुड़े लोगों को अच्छा धनलाभ हो सकता है। कारोबार में तरक्की मिल सकती है।घर परिवार का माहौल भी बहुत अनुकूल रहने वाला है। कोई नई योजना बना रहे हैं, तो उसमें आप सफल हो सकते हैं।
Budh Surya Yuti/Budhaditya Rajyog: सूर्य बुध की युति और राजयोग जातकों के लिए बेहद लकी साबित हो सकता है। विदेश में करियर बनाने के लिए कुछ अवसर मिल सकते हैं। किस्मत का साथ मिलेगा। धर्म- कर्म के कार्यों में रुचि बढ़ेगी। छात्रों को इस समय किसी परीक्षा में सफलता मिल सकती है।बुध का गोचर भी जातकों के लिए तरक्की और धनलाभ के अवसर लेकर आएगा। दिसंबर में भी सूर्य का गोचर धनु राशि वालों के लिए रोजगार की दिशा में बहुत ही अनुकूल साबित होने वाला है। इस दौरान बुध भी धनु राशि में रहेंगे ऐसे में विदेश यात्रा,धन लाभ और सरकारी नौकरी के योग बनेंगे।
Budh Surya Yuti/Budhaditya Rajyog: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य राजयोग बनता है। बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है। जब किसी व्यक्ति की कुंडली में बुधादित्य योग बनता है उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
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