Luck of these 3 zodiac sign will change with surya gochar: सूर्य देव का गोचर होने जा रहा है। सूर्य देव 13 अप्रैल को मेष राशि में गोचर करेंगे। यहां पर मेष राशि में सूर्य उच्च के हो जाते हैं। यह गोचर इस लिए खास है क्योंकि सूर्य जब उच्च के होते हैं, तो आपको बहुत अच्छे फल करते हैं लेकिन कुछ राशियां ऐसी भी होती है। जहां पर इनका उच्च का होना भी नुकसानदायक हो जाता है क्योंकि यह गोचर अच्छे भाव में नहीं हो रहा होता। आइए जानते हैं कि वो कौन सी आठ राशियां हैं जिनके लिए सूर्य का उच्च के होने के बावजूद अच्छा फूल नहीं मिलेगा।
तुला राशि: 13 अप्रैल को मेष राशि में हो रहा सूर्य का मेष राशि में गोचर तुला राशि के जातकों के लिए अच्छा नहीं है। इसका कारण यह है कि यहां पर यह गोचर आपके सप्तम भाव में होगा। सप्तम भाव आपके पार्टनर का भाव है। पार्टनर की हेल्थ को लेकर समस्या हो सकती है। सूर्य जब सीधा आपकी राशि को देखेंगे तो आपका टेंपरामेंट थोड़ा का हाई रखेंगे। इस अवधि के दौरान आप गुस्सा ज्यादा करेंगे और गुस्से में आप अपना कोई काम बिगाड़ सकते हैं। कोशिश करें कि जब तक सूर्य का गोचर आपके सप्तम भाव में है, पार्टनर के साथ तालमेल अच्छा रखें। साथ ही अपने गुस्से पर भी थोड़ा कंट्रोल रखें और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
Luck of these 3 zodiac sign will change with surya gochar मकर राशि: 13 अप्रैल को मेष राशि में हो रहा सूर्य का मेष राशि में गोचर मकर राशि के जातकों के लिए अच्छा नहीं है। मकर राशि शनि की राशि है। सूर्य यहां मित्र का काम नहीं करते। सूर्य यहां चौथे भाव में गोचर करेंगे। चौथा भाव सुख स्थान, पीस ऑफ माइंड और आपकी मां की सेहत का भाव है। माता की सेहत को लेकर समस्या हो सकती है। प्रॉपर्टी खरीदने की योजना पर रुकावट पैदा हो सकती है। आपके कारोबार पर भी इसका असर हो सकता है क्योंकि सूर्य सीधा यहां दशम भाव को देखेंगे। सूर्य यहां पर आकर दिगंबर हो जाते हैं। इससे हो सकता है कि कारोबार में आपको थोड़ी कठिनाई पेश आए।
मीन राशि: 13 अप्रैल को मेष राशि में हो रहा सूर्य का मेष राशि में गोचर मीन राशि के जातकों के लिए अच्छा नहीं है। यहां पर सूर्य दूसरे भाव में गोचर करेंगे। यह धन का भाव होता है। धन की हानि करवा सकते हैं। सूर्य यहां पर बैठकर सीधा अष्टम भाव को देखेंगे।अष्टम भाव सडन लॉस और दुर्घटना का भाव होता है। यदि आप ड्राइविंग करते हैं, तो गाड़ी धीमी चलाएं। यहां पर एक्सीडेंट होने का योग बनता है। सूर्य चूंकि आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी हैं। छठा भाव रोग ऋण शत्रु का भाव है।इस अवधि के दौरान विवाद में न पड़िए। किसी की गारंटी मत लीजिए। किसी को अनसिक्योर लोन मत दीजिए।