धर्म। आज धनतेरस का त्योहार मनाया जा रहा है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि, कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। धनतेरस के दिन मृत्यु के देवता यम की पूजा भी की जाती है। धनतेरस के दिन यम देवता की पूजा करन से अकाल मृत्यु का भय खत्म हो जाता है। इस दिन यम देवता के लिए दीपदान करने का खास महत्व होता है।
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हिंदु मान्यताओं के मुताबिक धनतेरस के दिन यमदेवता के नाम पर एक दीप जलाने की परंपरा है। मृत्यु के देवता यम की दिशा दक्षिण मानी जाती है। इसके लिए धनतेरस के दिन शाम को दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके दीप जलाया जाता है और यम देवता का स्मरण किया जाता है। इसके बाद इस दीप को घर की देहरी पर रखा जाता है। मान्यताओं के मुताबिक ऐसा करने से अकाल मृत्यु का भय टल जाता है।
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धनतेरस के दिन दीपदान का भी महत्व है। हिंदु धर्मावलंबी नदियों-तालाबों में संध्या के समय दीपदान करते हैं। वहीं इस साल धनतेरस की शाम को 05 बजकर 34 मिनट से शाम 06 बजकर 54 मिनट तक यमराज के लिए दीपक जलाया जा सकता है।